कमिश्नर ने लगाई तीन एसडीएम की क्लास, डीएम को दिए निर्देश
अधिकारी नहीं कर रहे बूथों का निरीक्षण, आयोग से शिकायत करने के लिए कहा
मथुरा, जासं: मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य को लेकर एसडीएम और बीएलओ बूथों का निरीक्षण नहीं कर रहे हैं। घर-घर जाकर कार्य नहीं किया जा रहा है। सोमवार को कमिश्नर ने मतदाता सूची पुनरीक्षण की समीक्षा बैठक में एसडीएम छाता, गोवर्धन और मथुरा की क्लास लगाई। साथ ही कार्यों में सुधार न लाने पर डीएम को इनके खिलाफ निर्वाचन आयोग को लिखने के भी निर्देश दिए।
पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में समीक्षा के बाद कमिश्नर अनिल कुमार ने बताया कि लोकसभा का चुनाव 2019 में प्रस्तावित है। एक जनवरी 2019 तक 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवक-युवतियों का नाम मतदाता सूची में शामिल किया जाना अनिवार्य है। इसके लिए मतदाता सूची पुनरीक्षण का कार्य चल रहा है। दावे और आपत्तियां ली जा रही है। नाम जोड़ने के लिए प्रारूप पत्र-6, काटने के लिए प्रारूप पत्र-7 और संशोधन के लिए प्रारूप पत्र-8 मुख्य है। डुप्लीकेट नामों को हटाने के साथ ही प्राप्त प्रारूप पत्रों का परीक्षण कर लो¨डग किया जाना है। समीक्षा मी¨टग में मांगी गई जानकारियों के मिले जबाव से एक बात साफ हो गई कि एसडीएम और बीएलओ बूथों का निरीक्षण नहीं कर रहे हैं। ईआरओ और एईआरओ को निर्धारित समय अवधि में कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं। एसडीएम छाता, गोवर्धन और मथुरा के कार्य ठीक नहीं पाए गए। उनको कार्यों में सुधार लाने की हिदायत दी गई है। डीएम सर्वज्ञराम मिश्र ने बताया कि शिथिलता बरत रहे अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की संस्तुति कर रिपोर्ट आयोग को भेजी जाएगी। डीएम ने तहसीलदारों को लगाई फटकार: डीएम ने निर्वाचन के कार्यों को लेकर कलक्ट्रेट सभागार में एसडीएम, तहसीलदार, वीडीओ और एडीओ की मी¨टग ली। तहसीलदार सदर, खंड विकास अधिकारी नौहझील के कार्यों से असंतुष्ट डीएम ने दोनों अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। कहा कि निर्वाचन संबंधी कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। एडीएम रवीन्द्र ¨सह, एसडीएम मांट राजेन्द्र ¨सह पेंसिया, महावन उपमा पांडेय, छाता, वरूण कुमार पांडेय और सदर मथुरा शेखर क्रान्ति ¨सह मौजूद रहे।