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देवकीनंदन ठाकुर समेत छह पर क्‍यों दर्ज हुई छेड़छाड़ केस में FIR, क्‍या कहते हैं कथावाचक?

देवकीनंदन ठाकुर समेत छह पर मारपीट व छेड़छाड़ की रिपोर्ट। वादी का आरोप पुलिस ने तीन दिन बाद संज्ञान में लिया मामला।

By Tanu GuptaEdited By: Published: Mon, 02 Mar 2020 04:02 PM (IST)Updated: Mon, 02 Mar 2020 04:02 PM (IST)
देवकीनंदन ठाकुर समेत छह पर क्‍यों दर्ज हुई छेड़छाड़ केस में FIR, क्‍या कहते हैं कथावाचक?
देवकीनंदन ठाकुर समेत छह पर क्‍यों दर्ज हुई छेड़छाड़ केस में FIR, क्‍या कहते हैं कथावाचक?

मथुरा, जेएनएन। मारपीट और छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज होने पर भगवताचार्य देवकी नंदन ठाकुर ने पूरा मामला साजिश बताया है। उनका कहना है कि ब्‍लैकमेलिंग के लिए ये सारे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। जबकि रविवार को वादी ने पुलिस पर मामला दबाने का आरोप भी लगाया है।

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मामले के अनुसार शांति सेवा धाम छटीकरा रोड निवासी कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर और उनके दो भाई समेत छह लोगों के खिलाफ घर में घुसकर मारपीट व छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। मथुरा के राधा वैली निवासी पुष्पेंद्र कुमार आर्य ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा कि देवकीनंदन ठाकुर के भाई श्याम सुंदर ने हरियाणा की एक युवती का शारीरिक शोषण किया था। पत्रकार होने की वजह से मैंने पीड़िता की मदद की। इसकी जानकारी देवकीनंदन और उनके भाइयों को हो गई। 24 फरवरी को देवकी नंदन व उनके भाइयों ने कुछ साथियों के साथ मेरे साथ मारपीट की। पुष्पेंद्र का आरोप है कि आरोपितों ने उनकी पत्‍नी के साथ भी अश्लीलता की। मामले की रिपोर्ट गुरुवार शाम को थाना हाईवे में दर्ज कराई। रिपोर्ट में देवकीनंदन के साथ उनके भाई विजय, श्याम सुंदर व गजेंद्र, अमित और धर्मेंद्र को नामजद किया गया है। पुलिस दो दिन तक मामले को दबाए रही। सीओ रिफाइनरी वरुण सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। घटना की जांच की जा रही है। उधर शांति सेवा धाम के सचिव विजय शर्मा के मुताबिक काफी समय से पत्रकार द्वारा ब्लैकमेलिंग की कोशिश की जा रही थी। इसी के चलते मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोप निराधार हैं।

विवादों से रहा है कथावाचक का पुराना नाता

कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर और विवादों का नाता नया नहीं है। इससे पहले कभी अपनेें बयानों और कभी अपनी मुहिम को लेकर चर्चा में रहते आए हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान राष्‍ट्रीय स्‍वाभिमान मंच नाम से पार्टी बनाकर मध्‍य प्रदेश से कुछ सीटों पर भी चुनावी समर में वे उतरे चुके हैं।   


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