181 साल में पहली बार ब्रजवासी नहीं देख सकेंगे रामलीला
संवाद सहयोगी मथुरा कान्हा की नगरी में इस वर्ष भगवान श्रीराम की लीलाओं का मंचन नहीं हो सक
संवाद सहयोगी, मथुरा : कान्हा की नगरी में इस वर्ष भगवान श्रीराम की लीलाओं का मंचन नहीं हो सकेगा। रामबरात और दशहरा उत्सव भी नहीं होंगे। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण के कारण श्रीराम लीला सभा ने इस वर्ष रामलीला महोत्सव को रद करने का फैसला लिया है। श्रीरामचरित मानस की चौपाइयों के पाठ का श्रवण ठाकुरजी को कराया जाएगा। 181 साल पहले शुरू हुई रामलीला में ऐसा पहली बार होगा, जब लीला का मंचन नहीं होगा।
इस वर्ष रामलीला सभा के संयोजन में 21 दिवसीय रामलीला महोत्सव का शुभारंभ नौ अक्टूबर से होना था। रामलीला महोत्सव में कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन आसान नहीं है। ऐसे में रामलीला का आयोजन रद कर दिया गया है। रामलीला महोत्सव की तैयारी भी करीब डेढ़ माह पहले शुरू हो जाती थीं। पहले ही पात्रों का चयन भी कर लिया जाता था, फिर पूर्वाभ्यास शुरू होता था। अभी तक पात्रों का चयन भी नहीं हुआ है। श्रीरामलीला सभा के प्रधानमंत्री मूलचंद्र गर्ग ने बताया कि इस वर्ष रामलीला मंचन के बजाए चित्रकूट पर प्रतिदिन श्रीरामचरित मानस की चौपाइयों का पाठ होगा। श्रीराम दरबार में प्रतिदिन माल्यार्पण किया जाएगा।
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कोरोनाकाल के कारण रामलीला महोत्सव के आयोजन को रद करना पड़ा है। चित्रकूट पर रामचरित मानस की चौपाइयों का पाठ होगा।
जयंती प्रसाद अग्रवाल-सभापति