VIDEO: चमत्कार- मथुरा में ट्रेन के नीचे आने वाली एक वर्ष की बच्ची को नहीं आई खरोंच
मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन पर आज एक वर्ष की बच्ची के ऊपर से पूरी ट्रेन निकलने के बाद भी बच्ची सही सलामत बच गई। घटना मथुरा जंक्शन के प्लेटफार्म एक की है।
मथुरा (जेएनएन)। जाको राखे साइयां मार सके न कोय...यह पंक्तियां मथुरा रेलवे स्टेशन पर मौजूद हर उस शख्स की जुबां पर थीं जो जिंदगी और मौत की जंग में उलझी एक साल की मासूम बच्ची को देख रहा था। रेल की पटरियां और उस पर से धड़धड़ाकर गुजरती ट्रेन। इन दोनों के बीच में पड़ी जरा सी मासूम लेकिन मौत पर जिंदगी हावी थी सो चमत्कार सरीखा हुआ और बच्ची का बाल बांका भी नहीं हुआ।
मथुरा के मेवाती मोहल्ला, डीग गेट निवासी सोनू अपनी पत्नी रानो और दो बेटियों चार वर्षीय नायरा और एक वर्षीय साहिबा के साथ झांसी जाने के लिए समता एक्सप्रेस की जनरल बोगी में मथुरा रेलवे स्टेशन से सवार हुए थे। ट्रेन में बैठने के बाद सोनू को पता चला कि उनकी जेब कट गई है। ट्रेन तब तक धीमी रफ्तार पकड़ चुकी थी।दंपती बच्चों सहित चलती ट्रेन से उतरने के प्रयास में प्लेटफार्म पर गिर पड़े। साहिबा अपनी मां की गोद में थी और नायरा सोनू की गोद में। मां की गोद से गिरकर साहिबा ट्रेन के नीचे आ गई।
अपने जिगर के टुकड़े को मौत के मुंह में देख माता- पिता बेहाल थे तो स्टेशन पर मौजूद लोगों का कलेजा मुंह को आ रहा था। कुछ ही पलों में ट्रेन धड़धड़ाती हुई गुजर गई। गार्ड जब तक ट्रेन रोक पाते तब तक ट्रेन बच्ची पर से गुजर चुकी थी। ट्रेन के गुजरने के बाद देखा तो मासूम साहिबा सकुशल थी। उसके शरीर पर खरोच के निशान भी न थे। मौजूद लोग इसे ईश्वर का चमत्कार ही बता रहे थे।
नहीं लिया हादसों से सबक
इसी माह चलती ट्रेन से यात्री गिरने का यह दूसरा मामला है। इस तरह के हादसों को रोकने के लिए जीआरपी और आरपीएफ का ढीला रवैया सामने आ रहा है। आठ नवंबर को चलती ट्रेन में चढ़ने के कारण रामरूम निवासी सीपरी ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच फंस गया था। आधा घंटे तक वह प्लेटफार्म और ट्रेन के पायदान के बीच फंसा रहा। प्लेटफार्म के पत्थर तोड़कर यात्री को बचाया गया था।