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मेव के साथ बावरियों का भी गढ़ बना मथुरा

मेव गिरोह के साथ मथुरा बावरियों का भी गढ़ बनता जा रहा है। मेव गोकशी और लूट की घटनाओं में सक्रिय हैं तो बावरिया भी वारदात दर वारदात कर रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 28 Oct 2020 05:31 AM (IST)Updated: Wed, 28 Oct 2020 05:31 AM (IST)
मेव के साथ बावरियों का भी गढ़ बना मथुरा
मेव के साथ बावरियों का भी गढ़ बना मथुरा

जागरण संवाददाता,मथुरा: मेव गिरोह के साथ मथुरा बावरियों का भी गढ़ बनता जा रहा है। मेव गोकशी और लूट की घटनाओं में सक्रिय हैं, तो बावरिया भी वारदात दर वारदात कर रहे हैं। सोमवार नोएडा एसटीएफ व नौहझील पुलिस से मुठभेड़ में मारा गया अमित भी मथुरा में सक्रिय था।

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मेव गिरोह के सदस्य राजस्थान के थाना जुरहैरा के क्षेत्र व पलवल (हरियाणा) जिले के थाना मेवात, नूंह, हथीन,उटावड़ में सक्रिय रहते हैं। गिरोह की सक्रियता के पीछे एक कारण इन क्षेत्रों के हाथिया, जरैला, विशंभरा, जंघावली, देवसेरस आदि गांव में इनकी रिश्तेदारी भी होना बताया जाता है। वारदात करने के बाद यह रिश्तेदारी में शरण ले लेते हैं। पिछले कुछ वर्षो से राजस्थान और हरियाणा में रहने वाले बावरिया यहां वारदात करने के लिए आ रहे हैं। एसपी देहात श्रीशचंद्र ने बताया कि मेव और बावरियों का अलग-अलग गिरोह है। यह जिले में वारदात कर फरार हो जाते हैं। मुठभेड़ स्थल से अवैध हथियार बरामद

मथुरा: नोएडा एसटीएफ यूनिट और नौहझील पुलिस की सोमवार शाम गांव पारसौली के जंगल में हुई मुठभेड़ के बाद पुलिस ने रात भर नाकाबंदी कर जंगल में कांबिग की, लेकिन मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात अनिल के साथी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सके। पुलिस को घटनास्थल से आठ खोखा कारतूस और तीन अवैध हथियार बरामद किए गए। इधर, मंगलवार को देरशाम तक मृत बदमाश का स्वजन पोस्टमार्टम हाउस शव लेने को नहीं पहुंचे।

पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुए 28 वर्षीय कुख्यात बावरिया अनिल के कई नाम थे। उसको अनिल,अमित जूथरा,अंकित चौहान,झमूरा नाम से भी जाना जाता था। सोमवार शाम मुठभेड़ में बदमाशों की ओर से अलग-अलग हथियारों से फायरिग की गई थी। पुलिस को मुठभेड़ स्थल से 0.32 बोर की रिवाल्वर, चार खोखा कारतूस, दो मिस कारतूस, 12 बोर की एक पौनिया,बंदूक, 15 जिदा कारतूस, 315 बोर का एक तमंचा भी बरामद हुआ है। दो एक्सल, आठ कीलें, हथौड़ा भी मिला है।

थाना शेरगढ़, मांट, सुरीर, नौहझील, राया, कोसीकलां, महावन और बलदेव थाने और पुलिस चौकी प्रभारियों ने रात भर अलीगढ़, हाथरस, सादाबाद, कोटवन और आगरा बार्डर की तरफ जाने वाले संपर्क मार्गों पर वाहनों की चेकिग कराई गई और जंगल में भी कांबिंग की। एसपी देहात श्रीशचंद्र ने बताया, मुठभेड़ के बाद तीन -चार बदमाश भाग गए थे।


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