राधारानी की सेवा के विवाद में डेढ़ घंटे देरी से खुले पट
मंदिर के गेट खुलवाने को पुलिस और रिसीवर जूझते रहे दोनों पक्षों से पांच लोग हिरासत में लेकर जेल भेजा
बरसाना(मथुरा), संसू। राधारानी मंदिर के स्व. हरवंश गोस्वामी की छह माह की सेवा पूजा के मसले को लेकर दो पक्षों में फिर बवाल हो गया। एक पक्ष द्वारा शनिवार शाम को सेवा चढ़ने की जानकारी होने पर सेवायत माया देवी ने मंदिर के पट बंद कर दिए। पट खुलवाने को पुलिस और रिसीवर एक घंटे तक सेवायत से गेट खोलने का गुहार लगाते रहे। डेढ़ घंटे बाद पुलिस ने सेवायत को समझाकर पट खुलवाए। इस दौरान पुलिस ने दोनों पक्षों के पांच सेवायतों को जेल भेज दिया।
विदित हो कि अखेराम थोक की छह माह सेवा के अधिकारी स्व. हरवंश गोस्वामी की दो पत्नियां गुलाब देवी व माया देवी थी। उन दोनों में वर्ष 2007 से सेवा पूजा के अधिकार को लेकर विवाद चल रहा था। इस दौरान समय समय पर प्रशासनिक हस्तक्षेप से माया देवी लगातार सेवा करती आ रही थी। हाईकोर्ट से सेवा के अधिकार के मुकदमे को सिविल कोर्ट मथुरा में वापिस भेज दिया। जिसमें हाईकोर्ट ने सिविल कोर्ट को तीन सप्ताह में निर्णय करने के आदेश दिया। उसी आदेश को आधार मानकर गुलाब देवी पक्ष के रासविहारी गोस्वामी अखेराम थोक के अन्य बटेरियो के साथ शनिवार की शाम चार बजे लाड़लीजी मन्दिर में सेवा पूजा लेने पहुंच गए। वहीं, जबरन सेवा लेने की जानकारी सेवायत माया देवी के भाई कांतिचरन को हुई, तो उन्होंने लाड़लीजी मंदिर के गेट बन्द कर दिए। गेट बन्द होने की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र सिंह मय फोर्स के मंदिर पहुंच गए। प्रभारी निरीक्षक ने मंदिर के रिसीवर डॉक्टर कृष्ण मुरारी गोस्वामी को भी बुला लिया। प्रभारी निरीक्षक वीरेंद्र सिंह ने सेवायत को समझाकर डेढ़ घंटे बाद मन्दिर के पट खुलवाये तब जाकर श्रद्धालुओं को दर्शन हो सके। पुलिस ने दोनों पक्षों के पांच सेवायतों कांतिचरन शर्मा, योगेश शर्मा, भगवान शर्मा व दूसरे पक्ष से रासबिहारी गोस्वामी, किशोरी गोस्वामी को थाने लाकर शांति भंग की कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया।