विमल पान मसाला व मिल्क पाउडर की बिक्री व भंडारण पर लगी रोक
जागरण संवाददाता मथुरा अजंता राज मिल्क पाउडर व विमल पान मसाला की बिक्री तथा भंडारण पर र
जागरण संवाददाता, मथुरा: अजंता राज मिल्क पाउडर व विमल पान मसाला की बिक्री तथा भंडारण पर रोक लगा दी गई है। पिछले दिनों भेजे गए सैंपल की जांच में लखनऊ की खाद्य प्रयोगशाला ने मानव उपयोग के लिए इन्हें खतरनाक बताया गया है। इसे लेकर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के अभिहित अधिकारी डा. गौरीशंकर ने अग्रिम आदेश तक रोक लगा दी है। मंगलवार को उन्होंने बताया कि बीते वर्ष 17 दिसंबर को खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की टीम ने शहर के जय श्री कालोनी, शाहगंज दरवाजा स्थित जनता जनरल स्टोर से पैक विमल पान मसाला का नमूना लिया था। ठीक इसी तरह राया से अजंता राज मिल्क पाउडर का नमूना लिया था। दोनों को जांच के लिए लखनऊ प्रयोगशाला भेजा गया था। जांच में पान मसाला में गैंबियर पाया गया, ये खतरनाक रसायन होता है। इसका इस्तेमाल चमड़े को रंगने में किया जाता है। इसके सेवन से गुर्दे-लिवर खराब होने के साथ-साथ कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने गैंबियर केमिकल की बिक्री पर रोक लगा दी है।
वहीं अजंता राज मिल्क पाउडर में कार्बोनेट पाया गया है। सोमवार को खाद्य प्रयोगशाला की रिपोर्ट प्राप्त हुई, इसमें विमल पान मसाला और अजंता राज मिल्क पाउडर को मानव उपयोग के लिए खतरनाक व घातक बताया गया है। आम आदमी के जीवन पर कोई गंभीर असर न पड़े, इसके लिए अभी दोनों की बिक्री तथा भंडारण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। अभिहित अधिकारी ने साफ कर दिया है कि कोई भी दुकानदार विमल पान मसाला या फिर पाउडर की बिक्री करते हुए पाया जाता है, तो उसके खिलाफ एफएसएस एक्ट 2006 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।