निजी आइटीआइ के बाद अब रडार पर आईं पालीटेक्निक संस्था
जिले में पांच पालीटेक्निक संस्थानों पर हो सकती है जल्द कार्रवाई पिछले दिनों लखनऊ की टीम 49 निजी शिक्षण संस्थानों कर चुकी है जांच
जागरण संवाददाता, मथुरा: निजी आइटीआइ के बाद अब पालीटेक्निक संस्था भी कार्रवाई की रडार पर हैं। आइटीआइ के साथ पालीटेक्निक संस्थाओं की भी जांच होगी। इसको लेकर भी आदेश भी जारी हो गए हैं। इनमें से पांच संस्थाओं में तो गंभीर अनियमितता मिलने की बात की बात कही जा रही है। इनको तत्काल बंद कराए जाने तक की कार्रवाई होने की आशंका जताई जा रही है।
दरअसल, पिछले वर्ष बलदेव के विधायक पूरन प्रकाश ने निजी आइटीआइ में हुए छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर शासन को शिकायत दर्ज कराई गई थी। उसी दौरान विधायक ने निजी पालीटेक्निक संस्थाओं द्वारा भी छात्रवृत्ति को लेकर गड़बड़ी किए जाने का आरोप लगाया गया था। इसको लेकर विधायक ने कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना को भी एक पत्र लिखा था। इसको लेकर कैबिनेट मंत्री ने लखनऊ में एक टीम का गठन किया और उसे मथुरा के निजी 49 संस्थाओं की जांच के निर्देश दिए। टीम ने अपने स्तर से मामले की जांच की, जिसमें पांच पालीटेक्निक संस्थाओं में गड़बड़ी पाए जाने की बात कही गई है। इनमें से तीन निजी संस्था तो बंद होने की बात कही जा रही है। वह सिर्फ कागजों में ही संचालित हैं। इसके अलावा एक संस्था में तो बिजली तक का कनेक्शन नहीं था। वहीं एक ने तो जांच तक कराने को सहमति नहीं दी। हालांकि बाकी को लेकर संतुष्टि जाहिर की थी। इसको लेकर टीम ने एक रिपोर्ट कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना को सौंपी है। कैबिनेट मंत्री ने जांच रिपोर्ट से शिकायतकर्ता विधायक को भी अवगत कराया है, जिसमें उन्होंने साफ कर दिया है कि पांच पालीटेक्निक संस्थाओं के संबंध में निदेशक प्राविधिक शिक्षा की संस्तुति के अनुसार नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई किए जाने के निर्देश सचिव प्राविधिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश को दिए गए हैं। इन पांच संस्थाओं में से दो तो नामी संस्था हैं, जिन्होंने खुद को भविष्य में एक विश्वविद्यालय के रूप में तैयार किया है।