37 साल बाद पुलिस के हत्थे चढ़ा 20 हजार का इनामी, Syndicate Bank के शाखा प्रबंधक से की थी लूट
थाना नौहझील क्षेत्र के गांव मानागढ़ी की सिंडिकेट बैंक के शाखा प्रबंधक एलएस बदान से 19 मार्च 1983 में तीन बदमाशों ने हथियारों का भय दिखाकर मोटरसाइकिल लूट ली थी।
मथुरा, जेएनएन। सिंडिकेट बैंक की मानागढ़ी शाखा के प्रबंधक से हथियारों का भय दिखाकर मोटरसाइकिल लूटने के मामले में फरार 20 हजार रुपये के इनामी को गोवर्धन पुलिस ने 37 साल बाद बुधवार रात दबोच लिया। आरोपित गोवर्धन की परिक्रमा लगाने के लिए आया था।
थाना नौहझील क्षेत्र के गांव मानागढ़ी की सिंडिकेट बैंक के शाखा प्रबंधक एलएस बदान से 19 मार्च 1983 में तीन बदमाशों ने हथियारों का भय दिखाकर मोटरसाइकिल लूट ली थी। शाखा प्रबंधक ने घटना की रिपोर्ट थाना नौहझील में कराई। पुलिस की तहकीकात में शाखा प्रबंधक से हुई लूट के मामले में भगवती और रघुनाथ निवासीगण बाजौता, अलीगढ़ व हरिगोसांई निवासी खुर्जा बुलंदशहर के नाम प्रकाश में आए। घटना के तीन महीने के बाद भागवती और हरिगोसांई को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन रघुनाथ पुलिस की पकड़ में नहीं आया। थाना नौहझील से आरोपित रघुनाथ की गिरफ्तारी पर 20 हजार रुपये का पुरस्कार घोषित कर दिया गया। बुधवार रात इंस्पेक्टर गोवर्धन लोकेश भाटी को आरोपित रघुनाथ की गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में लोकेशन मिली। आरोपित परिक्रमा लगाने के लिए आया था। गांव आन्यौर के समीप से रात करीब साढ़े नौ बजे गोवर्धन पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर गोवर्धन ने बताया, 37 साल बाद आरोपित पुलिस की पकड़ में आया है। आरोपित से एक चाकू भी बरामद किया गया है।