95 फीसद अनुत्तीर्ण हुए विधि तृतीय वर्ष के छात्र, जताया आक्रोश
समस्या का समाधान न होने पर कुलपति को दी आंदोलन की चेतावनी कोरोना काल में बदले गए परीक्षा पेटर्न को लेकर जताया विरोध
जागरण संवाददाता, मथुरा: विधि तृतीय वर्ष का परीक्षा परिणाम घोषित हुआ है। जिसमें 95 फीसद परीक्षार्थी अनुत्तीर्ण हुए हैं। इसको लेकर विधि छात्रों में आक्रोश पनप गया है। बीएसए कालेज विधि तृतीय वर्ष के छात्रों ने कड़ा विरोध व्यक्त करते हुए समाधान की मांग की है। ऐसा नहीं किया गया तो छात्रों ने सड़क पर उतरकर आंदोलन करने की चेतावनी भी विश्वविद्यालय प्रशासन को दी है।
रविवार को बीएसए कालेज के छात्र नेता ओमकार ठाकुर ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान चार नवंबर 2020 से परीक्षा आयोजित कराई गई थी। जिसमें प्रतियोगी परीक्षाओं की तरह प्रश्न पूछ गए थे, जबकि छात्रों को परीक्षा की तिथि व परीक्षा पैटर्न के बारे में कोई जानकारी तक नहीं दी थी। बहुविकल्पीय परीक्षा होने या प्रश्न उत्तर होने थे। लेकिन आज तक कभी भी विधि की बहुविकल्पीय परीक्षा नहीं हुई है। अब एक जनवरी 2021 को विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा परिणाम घोषित किया गया है। इसमें यह पाया है कि 95 फीसद विद्यार्थी असफल हो गए हैं। इससे छात्रों में आक्रोश है। छात्रों का भविष्य अंधेरे में हैं। कुलपति से अपील करते हुए कहा गया है कि छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया जाना अति आवश्यक है। छात्रों ने साफ कर दिया है कि उनके भविष्य से खिलवाड़ किया गया तो वह सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे। इसलिए समस्या का समाधान किए जाने की मांग की है। विरोध व्यक्त करने वालों में योगेश, पवन, सचिन, विमल कुमार, अरविद, गुलशन, दर्शन, रविद्र, किशन दुबे, सीमा, बृजलता, आभा पाठक आदि मौजूद रहे।