रामलीला दर्शन से युवा पीढ़ी संस्कारवान बनेगी
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): वंशीवट स्थित सुदामा कुटी में चल रहे जगद्गुरु रामानंदाचार्य जयंती म
जागरण संवाददाता, मथुरा (वृंदावन): वंशीवट स्थित सुदामा कुटी में चल रहे जगद्गुरु रामानंदाचार्य जयंती महोत्सव के मौके पर गुरुवार को रामलीला मंचन के दौरान महंत भगवान दास व महंत सुतीक्ष्णदास ने कहा रामलीला के दर्शन से युवा पीढ़ी ने केवल संस्कारवान होगी बल्कि उनमें दुष्प्रवृत्ति से लड़ने की ऊर्जा भी प्राप्त होगी।
रामलीला संस्थान के अध्यक्ष बैकुंठनाथ चतुर्वेदी ने कहा मथुरा की रामलीला अत्यंत सिद्ध रामलीला है। हालांकि उन्होंने कहा कि रामलीला कहीं पर किसी के द्वारा की जाए देखने वालों को इससे बहुत कुछ सीखने को मिलता है। महंत राजेंद्र दास ने रामलीला मंचन के बारे में कहा कि भगवान को पाना है तो उन्हें किसी भी रूप में सच्चे मन याद करने पाया जा सकता है। रामविलास चतुर्वेदी ने कहा कि ब्रज की रामलीला और रासलीला सबके लिए दर्शनीय होती हैं। डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, महंत जगन्नाथ दास शास्त्री, रामसंजीवन दास शास्त्री ने विचार रखे।
-रामलीला व महारास का मंचन
सुदामाकुटी में सजाये गए भव्य मंच पर सिद्ध विनायक रामलीला संस्थान के कलाकारों ने ताड़िका वध का मंचन किया। जिसे देख दर्शकों ने तालियां बजाई। इसके बाद महर्षि विश्वामित्र यज्ञ रक्षा लीला का जीवंत व मनमोहक मंचन किया गया। शाम पांच बजे महारास लीला का कलाकारों द्वारा मंचन किया गया।
-सुदामा कुटी रामानंद
संप्रदाय का प्रमुख केंद्र
सुदामा कुटी रामानंद संप्रदाय का प्रमुख केंद्र है। सुदामाकुटी में चल रहे स्वामी रामानंदाचार्य जयंती महोत्सव के अवसर पर आयोजित संत गोष्ठी में महंत बाबा बलराम दास, संत राजा बाबा डॉ. रामकृपालु त्रिपाठी आदि ने कही।