आंधी और बूंदाबांदी के बाद तापमान में गिरावट, खिले चेहरे
मैनपुरी जासं। कई दिनों से बढ़ते तापमान से हर कोई गर्मी से बिलबिला उठा था। सोमवार रात आई आंधी के बाद मंगलवार सुबह राहत भरी रही। भोर से दोपहर तक कई बार हुई बूंदाबांदी से मौसम सुहाना हो गया। तापमान गिरने से लोगों के चेहरे खिले नजर आए लेकिन बिजली कटौती ने परेशानी बढ़ा दी।
जासं, मैनपुरी: कई दिनों से बढ़ते तापमान से हर कोई गर्मी से बिलबिला उठा था। सोमवार रात आई आंधी के बाद मंगलवार सुबह राहत भरी रही। भोर से दोपहर तक कई बार हुई बूंदाबांदी से मौसम सुहाना हो गया। तापमान गिरने से लोगों के चेहरे खिले नजर आए, लेकिन बिजली कटौती ने परेशानी बढ़ा दी।
कई दिनों से गर्मी असहनीय होती जा रही थी। तापमान भी 41 डिग्री सेल्सियस पार कर चुका था। अप्रैल में ही गर्मी के तीखे तेवरों से लोग हैरान थे। दोपहर में शहर में सन्नाटा सा दिखने लगा था। गर्मी से राहत पाने के लिए लोगों ने एसी और कूलरों को भी दुरुस्त करा लिया। पंखे तो गर्म हवाएं फेंकने लगे थे। सोमवार दोपहर से ही मौसम में बदलाव की आहट दिखने लगी थी। रात को आंधी आने से पारा नीचे गिर गया। भोर में हल्की बूंदें भी गिरीं। सुबह शीतल हवाओं से मौसम सुहाना हो गया। दिन में भी कई बार हल्की बूंदाबांदी भी हुई। मौसम में आए बदलाव से मंगलवार को पारा लुढ़ककर 32 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। ऐसा मौसम दो दिन रहने के आसार दिख रहे हैं। गायब रही बिजली, पानी को तरसी जनता
सोमवार रात आंधी आने से रात तीन बजे शहर की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। सुबह बिजली न आने से लोग पानी को परेशान हो गए। शहर में सप्लाई सुबह 9.15 बजे सुचारू हुई। वहीं, जिला के कई कस्बों में भी सप्लाई बाधित रही। टेंशन में अन्नदाता, फसल समेटने में जुटे
मौसम में आए बदलाव के बाद किसानों को खेतों में कटी पड़ी गेहूं की फसल सहेजने की चिता सताने लगी है। मौसम का अजीब हाल देखकर फिलहाल किसानों ने गेहूं कटान बंद कर दिया है। अब किसान खेतों में कटी गेहूं की फसल को एकत्र करने में जुट गया है, जिससे आंधी में उड़ नहीं सके।