शाम को ही डेरा डाल लेते हैं आधार कार्ड बनवाने वाले
नगर में एक मात्र बैंक शाखा में बनते हैं मात्र 20 आधार कार्ड उप डाकघर ने वापस किया आधार कार्ड सिस्टम।
भोगांव, संवादसूत्र। सरकार ने पहचान पत्र में आधार कार्ड को महत्वपूर्ण दस्तावेज मानते हुए विभिन्न सरकारी योजनाओं विद्यार्थियों के प्रवेश आदि में उसकी अनिवार्यता तो घोषित कर दी है परंतु आधार कार्ड से वंचित लोगों के लिए आधार कार्ड बनवाने तथा उसके दुरुस्तीकरण की नगर में एक मात्र बैंक में व्यवस्था की है। जो पर्याप्त साबित नहीं हो रही। लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए देर शाम बैंक परिसर के बाहर सड़क पर डेरा डाल लेते हैं।
सरकार के द्वारा आधार कार्ड की अनिवार्यता किए जाने पर आधार कार्ड से वंचित लोग आधार कार्ड बनवाने के लिए भटकने लगे। जन सुविधा केंद्रों पर आधार कार्ड न बनने से लोग परेशान होने लगे। सरकार के द्वारा ग्रामीण बैंक ऑफ आर्यावर्त की स्थानीय शाखा में व स्थानीय उप डाकघर में आधार कार्ड बनवाने की व्यवस्था की। परंतु उप डाकघर में स्टाफ न होने की बात कहते हुए कर्मचारियों के द्वारा आधार कार्ड नहीं बनाए गए। जिसके चलते विभाग ने उप डाकघर से आधार कार्ड बनाने वाले सिस्टम को वापस मंगा लिया। ग्रामीण बैंक की शाखा में एक दिन में मात्र 20 आधार कार्ड का पंजीकरण किया जाता है। लेकिन आधार कार्ड बनवाने वाले लोगों की संख्या प्रतिदिन आधा सैकड़ा से अधिक होती है। नगर के अतिरिक्त ग्रामीण अंचलों से आने वाले मात्र 20 लोगों को सुबह 10 बजे टोकन दिए जाते हैं। शेष लोग मायूस होकर लौट जाते हैं। कभी.कभी तो सर्वर डाउन होने पर 5 से 10 लोगों के ही आधार कार्ड पंजीकृत हो पाते हैं। सड़क किनारे पटरी पर सोने से दुर्घटना की आशंका
आधार कार्ड बनवाने के लिए ग्रामीण अंचल के लोग शाम सात बजे से ही टोकन लेने के चक्कर में बैंक शाखा परिसर के बाहर सड़क पटरी पर डेरा डाल लेते हैं और वहीं साथ लाए खाना खाते हैं और वहीं सो जाते हैं। पटरी पर सोए लोगों को सुरक्षा व दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
प्रिटर खराब होने से कार्य रहा बाधित
मंगलवार को प्रिटर खराब होने के चलते बैंक शाखा में आधार कार्ड पंजीकरण का कार्य बाधित रहा। जिससे आधार कार्ड बनवाने वालों की परेशानियों का सामना करना पड़ा।