सीजन के पहले कोहरे ने रोकी रफ्तार
शुक्रवार को दिन भर छाए बादलों का असर शनिवार को नजर आया। कोहरे की चादर ओढ़कर आई सुबह ने जहां आवागमन को बाधित किया, वहीं दिन भर सर्द हवाएं लोगों की कंपकंपी छुड़ाती रहीं।
जासं, मैनपुरी : शुक्रवार को दिन भर छाए बादलों का असर शनिवार को दिखा। कोहरे की चादर ओढ़कर आई सुबह ने आवागमन को बाधित किया, वहीं दिन भर सर्द हवाएं नागरिकों की कंपकंपी छुड़ाती रहीं। राहत पाने के लिए लोग अलाव और गर्म कपड़ों का सहारा लेते दिखे।
जनवरी के पहले सप्ताह के साथ आखिरकार कोहरे ने अपनी दस्तक दे ही दी। शनिवार सुबह घना कोहरा छाए रहने से सड़कों पर ²श्यता भी प्रभावित हुई। स्थिति यह रही कि चालकों को अपने वाहनों की लाइटें जलाकर चलना पड़ा। मौसम में बदलाव की दस्तक तो शुक्रवार को ही हो गई थी। दिन भर आसमान में हल्की बदली छाए रहने से ठंड भी अपना असर दिखाती रही। हालांकि, शनिवार को 10 बजे के बाद कोहरे की चादर छंटने लगी। दोपहर बाद सर्द हवाओं ने दोबारा शहर को अपने आगोश में ले लिया।
कोहरा देख खिले किसानों के चेहरे सीजन के पहले कोहरे ने किसानों के चेहरों पर खुशी ला दी। घिरोर निवासी किसान वीरेंद्र कुमार और कछपुरा निवासी राधेश्याम का कहना है कि कोहरा गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद है। कोहरा जितना ज्यादा घना होगा, पैदावार उतनी ही अच्छी होगी। लेकिन, आलू और सरसों की उत्पादन क्षमता प्रभावित हो सकती है।
बुजुर्ग और दिल के रोगियों की बढ़ी मुश्किल
शीतलहर और कोहरा भले ही किसानों के लिए राहत दे रहा हो लेकिन मरीजों के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है। जनरल फिजीशियन डॉ. आरके ¨सह का कहना है कि दिल के रोगियों के लिए खतरा बढ़ जाता है। मधुमेह और दिल के मरीजों को अपना खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। जरा सी अनदेखी जानलेवा साबित हो सकती है। बाल और शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आरके सागर का कहना है कि नवजात और शिशुओं में सर्दी के मौसम में निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। हल्के बुखार को भी यदि अनदेखा किया जाता है तो बच्चों की सेहत को नुकसान हो सकता है।