शहर को ओडीएफ घोषित करने में पालिका का बड़ा खेल
मधाऊ में नहीं बना एक भी शौचालय, कर दिया ओडीएफ घोषित।
मैनपुरी: शहर को ओडीएफ घोषित करने के लिए अधिकारियों ने कागजों में खेल शुरू कर दिया है। पालिका क्षेत्र के एक वार्ड में बिना शौचालय बनाए ही अधिकारियों ने उसे ओडीएफ घोषित कर दिया। मधाऊ निवासी वीरेश पुत्र राजेश्वर दयाल, ¨रकी पत्नी र¨वद्र, वंदना पत्नी सुमित कुमार, प्रेमा देवी पत्नी स्व. अभिलाख ¨सह, शीला पत्नी स्व. राम ¨सह का कहना है कि उन्होंने ऑनलाइन आवेदन किया था। कई महीने बाद भी न तो शौचालय की किस्त आई और न ही किसी ने सुनवाई की। तीन बार सर्वे, कागजों में खानापूर्ति: पूर्व प्रधान का कहना है कि आवेदकों का तीन बार सर्वे किया जा चुका है। किसी भी लाभार्थी के यहां शौचालय निर्माण शुरू नहीं हुआ है। कई लोगों ने तो साल भर पहले आवेदन किया था। सात वर्षों से नहीं बना कोई शौचालय: सभासद पुष्पा देवी का कहना है कि पहले मधाऊ ग्राम पंचायत क्षेत्र में आता था। शौचालय निर्माण के लिए पहले ग्राम प्रधानों के स्तर से कार्रवाई कराई गई। तब भी धनराशि में हेर-फेर हुआ था। सात वर्ष से मधाऊ में कोई शौचालय नहीं बनवाया गया है।