लॉकडाउन में मसाले सस्ते, दालें हो गई महंगी
मैनपुरी जासं। लॉकडाउन की वजह से शादियों के सीजन में मसालों के भाव कम हो गए हैं। लॉकडाउन में सहालगों की धूम गायब होने का असर मसालों पर पड़ा है। शादियों के सीजन में खपत नहीं होने और होटल-ढाबे बंद होने से इनकी बिक्री काफी कम हुई हैं। इस वजह से इनके भाव कम हुए हैं। वहीं दालों पर जरूर महंगाई देखने को मिल रही है।
जासं, मैनपुरी: लॉकडाउन की वजह से शादियों के सीजन में मसालों के भाव कम हो गए हैं। लॉकडाउन में सहालगों की धूम गायब होने का असर मसालों पर पड़ा है। शादियों के सीजन में खपत नहीं होने और होटल-ढाबे बंद होने से इनकी बिक्री काफी कम हुई हैं। इस वजह से इनके भाव कम हुए हैं। वहीं, दालों पर जरूर महंगाई देखने को मिल रही है।
मार्च महीने से लॉकडाउन होने की वजह से शहर के बाजार बंद रहे। जून माह में अनलॉक-1 में कुछ रियायतों के बाद दुकानें खुलने लगी तो कारोबार कम ही हुआ। पहली बार कोरोना संक्रमण ने शादियों की धूमधाम पर ब्रेक लगाया तो असर मसालों के भावों पर भी आया। पहली बार शादियों का जश्न हल्का होने से मसालों की बिक्री प्रभावित हुई। खपत चौथाई ही रह गई है। रही बची कसर, होटल और ढाबों के बंद होने से पूरी हो गई।
इसी माह तीस जून को बेटी के हाथ पीले करने की तैयारी में जुटे अशोक बाजपेयी कोरोना की वजह से सादगी से आयोजन करने में जुटे हैं। उनका कहना था कि सामान्य हालात होते तो एक हजार घराती और बरातियों का खाना तैयार कराना होता, लेकिन ऐसे विपत्ति भरे काल में वह मात्र पचास लोगों का ही खाना तैयार करा रहे हैं। शादियों में दावत तैयार करने वाले कारीगर रामकुमार का कहना था कि अब शादियों में डर की वजह से कोई ज्यादा आदमी नहीं बुला रहा, ऐसे में मसालों के साथ दूसरी खाद्य वस्तुओं की खपत भी एक चौथाई ही रह गई है।
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मसाला बिक्री में आई गिरावट- -
शहर का लेनगंज बाजार मसालों की बिक्री का खास स्थान है, यहां कई थोक की दुकानें भी हैं। अभी तीस जून तक शादियों के सहालग होने के बाद बाजार में मसालों की बिक्री चौथाई पर ही सिमट गई है। अब शादी वाले घरों के लोग कुछ ही मात्रा में इनकी खरीद कर रहे हैं। मेवा आदि की बिक्री भी कम हुई है।
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कम से चला रहे काम-
अब शादी वाले परिवार के लोग पचास लोगों के भोजन तक केा ही मसाले खरीदने आते हैं। धूमधाम से आयोजनों पर रोक का असर मसाला बिक्री पर पड़ा है। लॉकडाउन से पहले जो भाव थे, उनमें काफी कमीं आई है। ग्राहक अब कम ही मसाले और मेवा खरीद रहे हैं।
- भगवान सहाय, मसाला कारोबारी।
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दाल जरूर मंहगी-
लॉकडाउन का असर इस बार दालों पर नजर आ रहा है। बिक्री में इजाफा होने से इसके भाव बीते दिनों से कुछ ज्यादा ही नजर आते हैं। कुछ दालों के भाव जरूर इस बार ज्यादा हैं। मूंग छिलका और उड़द धोबा के भाव अब बढ़े नजर आ रहे हैं, जबकि चना और मूंग धोबा के भाव सौ रुपया किलो के आसपास हैं।
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मसालों के भाव-
मसाला-- वर्तमान भाव-- पूर्व में भाव-
लाल मिर्च- 200- 250-
धनिया- 70 से 100- 120
हल्दी- 100- 120
कालीमिर्च- 400-500- 600
जीरा- 180- 225-250
लोंग- 700- 750-
भाव प्रति किलो-
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इलायची से महक रही चाय-
लॉकडाउन में चाय जरूर इलायची की खुशबू से महकने लगी है। लॉकडाउन से पहले पांच हजार रुपया किलो बिकने वाली छोटी इलायची के भाव अब काफी कम हो गए हैं। अब यह दो हजार रुपया किलो तक बिक रही है।