सिल्ट की सफाई ने बढ़ाई शहरवासियों की मुश्किल
मैनपुरी में बारिश से पहले नालों की सफाई की जा रही है लेकिन सिल्ट सड़कों पर ही फेंकी जा रही है जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : बारिश से पहले शहर के लगभग एक सैकड़ा नालों की सफाई कराई जानी है। जिम्मेदारी पालिका प्रशासन को सौंपी गई है। जिलाधिकारी ने सख्त हिदायत दी है कि हर हाल में चौबीस घंटे के अंदर सिल्ट सड़कों से हटवानी होगी। नालों से निकालकर सिल्ट सड़कों पर ही फेंकी जा रही है। दो-दो दिनों तक गंदगी नहीं हटवाए जाने से अब राहगीरों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
हर साल बारिश में शहरवासियों को जलभराव की समस्या से जूझना पड़ता है। शहर के दर्जनों इलाकों में घुटनों तक भरा पानी लोगों की मुश्किलें बढ़ाता है। इस बार बारिश में ऐसे हालात न बनें, इसके लिए जिलाधिकारी प्रदीप कुमार ने मई के अंत तक हर हाल में सभी नालों की सिल्ट सफाई कराने के निर्देश दिए। काम को रफ्तार देने के लिए नगर पालिका ने सफाई कर्मियों के अलावा ठेका कर्मियों को जिम्मेदारी सौंप शहर के छोटे-बडे़ लगभग एक सैकड़ा नालों की सफाई शुरू करा दी।
पर्याप्त इंतजाम न होने से सफाई कर्मियों द्वारा सिल्ट निकालकर सड़कों पर ही फेंकी जा रही है। शनिवार को स्टेशन रोड पर सिल्ट सफाई का काम शुरू हुआ तो लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं। सिल्ट सड़क पर फेंके जाने से पूरी सड़क ही जाम हो गई। स्थिति यह रही कि राहगीरों को बचकर गुजरना पड़ा। आगरा रोड पर दो दिन पहले हुई नालों की सफाई के बाद सिल्ट को सड़कों पर ही छोड़ दिया गया। सूखने के बाद सिल्ट से उड़ने वाली धूल आगरा रोड पर राहगीरों की परेशानी बढ़ाती रही। अधिकारी कहिन
प्रयास है कि हर हाल में मई के अंत तक नालों की सफाई करा दी जाएगी। गीला होने के कारण सिल्ट को गाड़ियों में भरकर ले जाना संभव नहीं होता है। इसलिए उसके सूखने का इंतजार करना पड़ता है। सफाई कर्मियों को विशेष निर्देश हैं कि सूखते ही सिल्ट को हटवाकर सड़कों को स्वच्छ बना दिया जाए।
धर्मराज ¨सह, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद, मैनपुरी।