राष्ट्रीय स्तर पर मैनपुरी के स्कूल का चयन
स्कूल को कचरा प्रबंधन और कंपोस्ट परियोजना के लिए उपलब्धि मिली। इसमें शिक्षिका और पांच छात्राओं ने सहयोग किया था।
मैनपुरी, जासं। बेसिक के स्कूलों में शिक्षा आदि इंतजामों को लेकर ताने मारने वालों के लिए यह खबर अब सोच बदलने को प्रेरित करेगी। अíथयन पर्यावरण मित्र पुरस्कार के लिए समूचे सूबे से तीन स्कूलों का चयन हुआ है, जिसमें दो लखनऊ के सिटी माटेसरी और मैनपुरी का एक जूनियर स्कूल शामिल है। अब चयनित टीम की सदस्य शिक्षिका और पाच छात्राओं का आनलाइन सम्मान होगा।
पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के निर्देशन में काम करने वाली संस्था के तहत विप्रो अíथयन कार्यक्रम- 2020 के तहत अíथयन पर्यावरण मित्र पुरस्कार के लिए मैनपुरी और उत्तर प्रदेश से एकमात्र बेसिक शिक्षा विभाग के पूर्व माध्यमिक विद्यालय गनेशपुर का चयन राष्ट्रीय स्तर पर हुई प्रतियोगिता के जरिये हुआ है।
शिक्षिका नेहा हजेला के निर्देशन में विद्यालय की पाच छात्राओं दीक्षा, रौनक, प्रतिभा, रुचि, आस्था ने कचरा प्रबंधन और सस्टेनेबिलिटी पर प्रोजेक्ट वर्क तैयार किया था। पूरे देश के विद्यालयों से टिकाऊ जल व्यवस्था, जैव विविधता और स्थाई कचरा निस्तारण के क्षेत्र में बेहतर काम करने पर प्रोजेक्ट तैयार करवाया गया।
बीईओ सुमित कुमार के निर्देशन में शिक्षिका नेहा ने कोरोना काल के दौरान आनलाइन ही इस परियोजना को पूरा करने का काम किया। शिक्षिका ने बताया कि पिछले वर्ष भी उनको और उनकी टीम को कचरा प्रबंधन पर राज्य स्तरीय पुरस्कार मिल चुका है।
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बीएसए ने दी बधाई- प्रदेश और जिले से एकमात्र बेसिक स्कूल का चयन होने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी विजय प्रताप सिंह ने शिक्षिका नेहा हजेला और उनकी टीम को इस पुरस्कार के लिए बधाई दी है। गौरतलब है, इससे पूर्व भी बालिका विद्यालय राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित हो चुका था। कोरोना काल में हुई गतिविधियां-
अर्थियन पर्यावरण मित्र पुरस्कार के लिए चयनित शिक्षिका और छात्राओं ने कोरोना काल में घर पर रहते हुए कचरा सस्टेनेबिलिटी, कंपोस्ट पिट, स्वच्छता, प्लास्टिक हटाओ पर जागरूकता का काम किया था।
आनलाइन किया जाएगा सम्मान
इनको 13 फरवरी को आनलाइन विप्रो कंपनी के चेयरमैन अजीमप्रेमजी सम्मानित करेंगे।