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जगह-जगह धंस रही सड़कें, बढ़ा खतरा

गैस पाइप लाइन बिछा गड्ढे बंद नहीं किए गए। अब धंस मिट्टी रही है। लापरवाही की वजह से कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है लेकिन जिम्मेदार बेफिक्र हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 14 Sep 2021 05:49 AM (IST)Updated: Tue, 14 Sep 2021 05:49 AM (IST)
जगह-जगह धंस रही सड़कें, बढ़ा खतरा
जगह-जगह धंस रही सड़कें, बढ़ा खतरा

जासं, मैनपुरी:

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दृश्य एक :

शहर में कचहरी रोड पर होंडा एजेंसी के नजदीक ट्रांसफारमर के पास मुख्य सड़क धंसने लगी है। रविवार की रात लगभग आठ बजे गड्ढा हुआ तो लोगों ने उसमें बड़ी लकड़ियां डालकर संकेतक बना दिए, ताकि वाहन दुर्घटनाग्रस्त न हों। सोमवार को दिन भर अधिकारी और कर्मचारी इस रास्ते से गुजरते रहे, लेकिन किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। जिस स्थान पर सड़क धंस रही है वहां सीवर का मैनहोल है और थोड़ी ही दूरी पर गैस की पाइप लाइन के लिए खोदाई भी की जा चुकी है। दृश्य: दो

जिला अस्पताल के पीछे चिकित्सकों के आवासों के पास से आवास विकास कालोनी के लिए जाने वाली मुख्य सीसी सड़क किनारे भी गैस की पाइप लाइन डालने के लिए गहरे गड्ढे खोदे गए थे। गड्ढों में सिर्फ मिट्टी डालकर छोड़ दिया गया। बारिश के पानी से मिट्टी धंस गई, जिससे सीसी सड़क का एक बड़ा हिस्सा भी धंसने की स्थिति में पहुंच गया है। लोगों के विरोध के बाद अब कार्यदायी संस्था ने सड़क के आसपास बेरीकेडिग करा दी है।

गैस पाइप लाइन बिछाने के लिए की जा रही सड़कों की खोदाई अब लोगों के लिए खतरा बनने लगी है। खोदाई कराने के बाद कार्यदायी संस्था द्वारा गड्ढों की मरम्मत नहीं कराई जा रही है। उनमें मिट्टी डालकर छोड़ दिया जाता है। इससे बारिश होने से नमी बढ़ने पर मिट्टी धंस रही है और जान का खतरा मंडराने लगा है। सबसे ज्यादा समस्या आवास विकास कालोनी, देवपुरा और जिला अस्पताल के पीछे हो रही है। ज्यादातर सड़कें पालिका प्रशासन की हैं, लेकिन पालिका के किसी भी अधिकारी द्वारा अब तक इस मनमानी के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। सीसी और इंटरलाकिग हो रहीं तबाह

आवास विकास कालोनी में सीसी और इंटरलाकिग सड़कों की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। लोगों को खुद ही सड़कों की मरम्मत करानी पड़ रही है। कार्यदायी संस्था के कर्मचारियों द्वारा कालोनी में किसी भी सड़क की मरम्मत नहीं कराई गई है। बारिश बढ़ा सकती है समस्या

अगर शहर में तेज बारिश होती है तो गड्ढों में डाली गई मिट्टी बैठने लगेगी। दससे सड़कों का हिस्सा धंस जाएगा। कई गड्ढे तो ऐसे हैं जो सड़कों से सटे हुए हैं। बारिश में पानी भर जाने पर ये दिखाई नहीं देते हैं। ऐसे में ये हादसों की वजह बन सकते हैं। हम अपना काम पूरी गुणवत्ता से कर रहे हैं। किसी भी प्रकार की समस्या नहीं है। यदि कहीं है तो लोग उसे बताएं, वहां कर्मचारियों को भेजकर निदान कराया जाएगा। जितनी सड़कें खोदी हैं, उनकी मरम्मत कराई गई है।

पीवी भार्गव, प्रोजेक्ट इंजीनियर

गैस पाइप लाइन प्रोजेक्ट।


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