कार्रवाई से वकील संतुष्ट, लेखपाल रिहाई पर अड़े
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: भगवंतपुर में पुलिस द्वारा अधिवक्ता, लेखपाल और अन्य ग्रामीणों की पिटाई में
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: भगवंतपुर में पुलिस द्वारा अधिवक्ता, लेखपाल और अन्य ग्रामीणों की पिटाई में एसडीएम और दो थानेदारों पर कार्रवाई के बाद अधिवक्ता संतुष्ट हो गए। उन्होंने आंदोलन वापस ले लिया, लेकिन लेखपाल अपने साथी की रिहाई की मांग पर अड़े हैं। जेल भेजे गए लेखपाल की रिहाई होने तक लेखपाल आंदोलन करेंगे। घिरोर में हड़ताल पर चल रहे लेखपाल एक मार्च को जिला मुख्यालय पर धरना देंगे।
19 फरवरी को विधानसभा चुनाव मतदान के बाद मतदान को लेकर औंछा के भगवंतपुर में ग्रामीणों और पुलिस के बीच विवाद हो गया था। ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव किया, तो पुलिस ने घरों में घुसकर तोड़फोड़ की और ग्रामीणों को पीट दिया। गांव निवासी अधिवक्ता जगपाल ¨सह और लेखपाल उदयवीर समेत 10 को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। जगपाल ¨सह को अंतरिम जमानत मिली, लेकिन लेखपाल समेत नौ को जेल भेज दिया गया। एसडीएम घिरोर मनोज सागर के साथ ही एसओ औंछा और एसओ घिरोर पर कार्रवाई की मांग को लेकर अधिवक्ता और लेखपाल हड़ताल पर थे। रविवार को एसडीएम और एसओ को हटाने के साथ ही उन पर मुकदमा दर्ज हुआ। सोमवार को एसडीएम और एसओ पर कार्रवाई से अधिवक्ता संतुष्ट हो गए। बार एसोसिएशन के सचिव संतोष यादव का कहना है कि उनकी मांग पूरी हो गई, इसलिए अधिवक्ताओं ने अपना आंदोलन वापस ले लिया।
उधर, घिरोर में धरना दे रहे लेखपाल अभी भी आंदोलित हैं। सोमवार को लेखपालों ने घिरोर में धरना दिया। लेखपाल संघ के घिरोर अध्यक्ष नरेश चंद्र यादव ने कहा कि पुलिस को लेखपाल उदयवीर के खिलाफ सुबूत नहीं मिले हैं। ऐसे में पुलिस उन्हें जेल से रिहा कराए। मंगलवार शाम तक यदि उदयवीर को जेल से रिहा नहीं किया जाता, तो एक मार्च से जिले भर के लेखपाल कलक्ट्रेट में धरना देंगे। दूसरी ओर, जांच में लेखपाल के खिलाफ सुबूत न मिलने पर पुलिस लेखपाल के पक्ष में रिपोर्ट कोर्ट में प्रेषित करने की तैयारी कर रही है।