शीतगृहों में आराम फरमा रहा आलू राजा, बाजार में बढ़ रहे दाम
अभी भी जमा है 70 हजार मीट्रिक टन आलू 31 तक करनी होगी निकासी। बाजार में बढ़ रहे भावों से नागरिक परेशान नए आलू के बाद मिलेगी राहत।
मैनपुरी, जासं: आलू राजा शीतगृहों में आराम फरमा रहा है, वहीं दूसरी ओर बाजार में भाव आसमान छू रहे हैं। नया आलू नहीं आने और जिले के शीतगृहों में करीब 70 हजार मीट्रिक टन आलू भरा होने से फुटकर में यह 40 रुपये किलो जा पहुंचा है। हर सब्जी की चाहत आलू होने से अब रसोई भी गड़बड़ा रही है। ऐसे हालातों के चलते अभी आलू के भाव नीचे आने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
जिले में आलू की खेती बहुतायत में होती है। बीते साल भी 22 हजार हेक्टेअर में आलू की फसल बोई गई थी। जिले के 50 शीतगृहों में करीब 2.95 लाख मीट्रिक टन आलू का भंडारण किया गया था। अभी भी इस आलू में से करीब 20 फीसद तो शीतगृहों से बाहर आने का इंतजार कर रहा है। यह पिछैती बुआई के लिए बताया जा रहा है। विभागीय अधिकारी 15 नवंबर तक आलू की पिछैती बुआई की बात कह रहे हैं। करा रहे निकासी
जिला उद्यान अधिकारी अनीता सिंह ने बताया कि शीतगृहों में जमा आलू को बाहर निकलवाने के लिए किसानों को समझाया जा रहा है। वह बाजार भाव ठीक होने की कहकर निकासी पर जोर दे रही हैं। वैसे, 31 तक निकासी की तिथि भी तय है। और बढ़ गए भाव-
अभी नई फसल नहीं आने और शीतगृहों में जमा आलू की वजह से फुटकर में भी इसके भाव बढ़ गए हैं। एक सप्ताह पहले फुटकर बाजार में 35 रुपये किलो बिकने वाला आलू अब 40 रुपया किलो पर आ गया है। गड़बड़ाया बजट-
आलू की तेजी का असर रसोई पर पड़ा है। अब लोग आलू के बढ़ते भाव से परेशान हो गए हैं। देवी रोड की राधा का कहना है कि रसोई का काम आलू के बिना नहीं चलता। बच्चों को भी यह पसंद है। इसलिए खरीदना पड़ता है।