पार्किंग प्लेस के वायदों पर भी ध्यान दीजिए नेताजी
मैनपुरी जासं। विकास के पायदान पर सीढिय़ां चढ़ते-चढ़ते शहर मैनपुरी काफी बदल गया। सब कुछ बदला लेकिन न वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था में कोई बदलाव न हुआ। सरकारी रिकार्ड में एक भी पार्किंग स्थल पंजी़कृत नहीं है। यहां वाहन फुटपाथों व सड़कों पर खड़े होते हैं। कई सांसद और विधायक बदले लेकिन पार्किंग की यह समस्या आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि के लिए मुद्दा न बन सकी।
जासं, मैनपुरी: विकास के पायदान पर सीढि़यां चढ़ते-चढ़ते शहर मैनपुरी काफी बदल गया। आबादी बढ़ने के साथ ही वाहनों की संख्या भी बढ़ती गई। सब कुछ बदला लेकिन वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था में कोई बदलाव न हुआ। यह पहला ऐसा शहर है, जिसमें सरकारी रिकॉर्ड में एक भी पार्किंग स्थल पंजीकृत नहीं है। यहां वाहन या तो फुटपाथों पर खडे़ होते हैं या फिर सड़कों पर। कई सांसद और विधायक बदले लेकिन पार्किंग की यह समस्या आज तक किसी भी जनप्रतिनिधि के लिए मुद्दा न बन सकी।
इन कैटेगरी में बांटा गया शहर: कैटेगरी ए : स्टेशन रोड, कचहरी रोड, ईशन नदी तिराहा, हरिदर्शन नगर, पंजाबी कॉलोनी, आवास विकास कॉलोनी, ऑफीसर कॉलोनी, अवध नगर।
कैटेगरी बी : राधा रमन रोड, राजा का बाग, बैंक कॉलोनी, लेनगंज, सदर बाजार, बजाजा बाजार, मदार दरवाजा, देवी रोड।
कैटेगरी सी : मुहल्ला अग्रवाल, आगरा रोड, करहल रोड, कृष्णा टाकीज रोड, पुरानी मैनपुरी, रेलवे स्टेशन रोड।
कैटेगरी डी : राजीव गांधी नगर, रामलीला मैदान, नगरिया, शीतला धाम, सिधिया तिराहा रोड। ये हो सकते हैं पार्किंग प्लेस: क्रिश्चियन मैदान : यहां स्टेशन रोड की बैंकों के बाहर खडे़ होने वाले वाहनों के अलावा क्रिश्चियन तिराहा पर फुटपाथों पर खडे़ होने वाले वाहनों को खड़ा कराया जा सकता है।
सीएमओ कार्यालय परिसर : परिसर के एक खाली पडे़ हिस्से में क्रिश्चियन तिराहा पर फुटपाथों पर खडे़ होने वाले ई-रिक्शों और बाजार में जाने वाले दुपहिया वाहनों की पार्किंग कराई जा सकती है।
सीओ सिटी कार्यालय परिसर : काफी बड़ा हिस्सा खाली पड़ा हुआ है। बाजार के अंदर जाने वाले दुपहिया वाहनों के लिए इस हिस्से का प्रयोग भी पार्किंग में हो सकता है।
पुराना तहसील परिसर : तांगा स्टैंड और सिटी पोस्ट ऑफिस के आसपास फुटपाथों पर खडे़ होने वाले वाहनों व हथठेलों को यहां लगवाकर जाम से निजात दिलाई जा सकती है।
नगर पालिका बेसमेंट : नगर पालिका का बेसमेंट कई वर्षों से खाली पड़ा हुआ है। इसका प्रयोग आज तक नहीं किया गया।
पूरे शहर में नहीं है पार्किंग स्थल
मैनपुरी इकलौता ऐसा शहर है जहां एक भी पार्किंग स्थल नहीं हैं। परिवहन विभाग द्वारा वाहनों को संचालन की अनुमति तो दी जाती है लेकिन उनसे पार्किंग के बारे में नहीं पूछा जा रहा है। जिन वाहनों का चालान काटा जाता है, खुद परिवहन विभाग और पुलिस उन्हें कोतवाली और थानों के बाहर सड़कों पर ही खड़ा करा रहे हैं।
हथठेलों को नहीं मिली जगह: वर्ष 2009 से हर साल प्रशासन, पुलिस और पालिका के जिम्मेदारों की बैठक में पार्किंग प्लेस को लेकर स्थान तय किए जाते रहे हैं लेकिन आज तक उनमें से कोई स्थान पार्किंग प्लेस न बन सका। हथठेलों को खड़ा कराने के लिए भी जगह निर्धारित कराई गई थी, उन्हें बाकायदा नंबर भी जारी किए गए थे लेकिन सख्ती न होने की वजह से व्यवस्था ठप हो गई।
एक नजर में शहर
कुल जनसंख्या : 1,28,400
कुल वार्ड : 32