वृद्धाश्रम में डीएम को मिली खामियां, जताई नाराजगी
मैनपुरी जासं। जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने आज अचानक जिला मुख्यालय पर कार्यदायी संस्था आदर्श भगवती शिक्षा सेवा संस्थान द्वारा संचालित वृद्धाश्रम का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की जानकारी ली।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: वृद्धाश्रम में सहारे की तलाश में पहुंचने वाले बुजुर्गों को सर्दी में सितम झेलना पड़ रहा है। यहां बचाव के कोई इंतजाम नहीं मिले। खाना भी खुले आसमान के नीचे खिलाया जाता है। मंगलवार को डीएम के औचक निरीक्षण में यह हकीकत सामने आई।
शहर में कार्यदायी संस्था आदर्श भगवती शिक्षा सेवा संस्थान द्वारा वृद्धाश्रम संचालित है। इसके संचालन के लिए शासन द्वारा नाश्ता, खाना के साथ बिजली, टेलीफोन, जेनरेटर, रखरखाव पर भी पर्याप्त मात्रा में धनराशि उपलब्ध कराई जाती है। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने मंगलवार को इसका औचक निरीक्षण किया। आश्रम का संचालन मानकों के अनुसार नहीं होता मिला। शौचालय काफी गंदा मिला, उसके गेट भी टूटे थे। रसोई भी अस्त व्यस्त थी। आरओ सिस्टम खराब मिला। फर्श भी कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त मिला, बुजुर्गों को खुले आसमान के नीचे खाना खिलाया जा रहा है। संचालिका और सभी स्टाफ नदारद मिला। कोई भी कर्मचारी उपस्थित न होने के कारण आश्रम संचालन से संबंधित कोई अभिलेख प्रस्तुत नहीं किए गए।
डीएम ने जिला समाज कल्याण अधिकारी डॉ. इंद्रा सिइ को आदेश दिए कि दो दिन में जांच कर आख्या उपलब्ध कराएं। मानकों की अनदेखी में दोषी, लापरवाह के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई की जाए। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी नगेंद्र शर्मा भी साथ थे।
बेटे से करवाएं मां की देखभाल
निरीक्षण के दौरान वृद्धाश्रम में उपस्थित वृद्धा छत्र कुमारी ने डीएम को बताया कि उसके पति के नाम तीन दुकानें हैं, फिर भी वह वृद्धाश्रम में रहने को मजबूर हैं। उनका पुत्र बब्बन उर्फ रविद्र कुमार निवासी करहल रोड जैन मंदिर के पास उनकी देखभाल नहीं कर रहा है। इस पर डीएम ने प्रभारी निरीक्षक कोतवाली को निर्देशित किया कि बब्बन को थाने बुलाकर हिदायत दें, कि वह अपनी बुजुर्ग माता की देखभाल करें।