अलीगढ़ की घटना से सबक, शराब की दुकानों पर छापेमारी
अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों के बाद जागा जिला प्रशासन डीएम समेत कई अधिकारियों ने की जांच नहीं मिली गड़बड़ी
जासं, मैनपुरी: अलीगढ़ में जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत के बाद प्रशासन सजग हो गया है। अधिकारियों ने शराब की दुकानों का निरीक्षण करना शुरू कर दिया है। रविवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने भी करहल क्षेत्र में शराब की दुकानों का निरीक्षण किया।
अलीगढ़ की घटना के बाद प्रशासन सतर्क हो गया। शनिवार को भी जिले में अलग-अलग स्थानों पर शराब की दुकानों पर छापामारी कर चेकिग की गई थी। हालांकि इस दौरान सबकुछ संतोषजनक मिला था, लेकिन अलीगढ़ की घटना से सबक लेते हुए प्रशासन किसी प्रकार का रिश्क लेने के मूड में नहीं है। रविवार को डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने अधीनस्थों के साथ कस्बा करहल में शराब की दुकानों का निरीक्षण कर स्टाक और अभिलेखों का करवाया। दुकान संचालकों को जरूरी निर्देश दिए। शहर क्षेत्र में एसडीएम ऋषिराज और सीओ अभय नारायण राय ने शराब की दुकानों का निरीक्षण किया। इस दौरान शराब की जांच भी की गई। दुकानदारों को गोदाम से मिलने वाली शराब बेचने की हिदायत दी गई। किसी प्रकार की अवैध गतिविधियों में संलिप्त न होने की हिदायत दी गई। बरनाहल में एसडीएम रतन कुमार वर्मा ने पुलिस और आबकारी टीम के साथ शराब दुकानों का निरीक्षण किया। कुसमरा में एसडीएम रामशकल मौर्य, सीओ भोगांव अमर बहादुर सिंह ने जांच की। भोगांव में एसडीएम सुधीर कुमार सोनी ने सीओ भोगांव और पुलिस के साथ मिलकर शराब के ठेकों का निरीक्षण किया। इस दौरान तहसीलदार अजीत कुमार, नायब तहसीलदार अनिल कुमार ने ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानों का निरीक्षण किया। दुकानदारों को किसी भी प्रकार की गड़बड़ी न करने की हिदायत दी गई। किशनी में एसडीएम और आबकारी टीम ने कस्बा के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में शराब की दुकानों का निरीक्षण किया। घिरोर में एसडीएम अनिल कुमार कटियार ने पुलिस के साथ शराब की दुकानों पर चेकिग अभियान चलाया। कुरावली क्षेत्र में भी शराब की दुकानों का निरीक्षण किया गया।