अबला नहीं सबला है आज की नारी: जिला जज
शहर के सुदिती ग्लोबल एकेडमी में नारी सशक्तीकरण विषय पर हुई संगोष्ठी
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : सुदिती ग्लोबल एकेडमी में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में नारी सशक्तीकरण विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिला जज अनिल कुमार ने कहा कि आज हमारी बेटियां सर्वत्र अपनी अनुपम मेघा सिद्ध कर रहीं हैं। आज की नारी अबला नहीं सबला हैं।
जिला जज ने कहा कि भारतीय नारियां आधुनिक युग में अपना परचम लहरा रहीं हैं। अपनी अनोखी प्रतिभा सहनशीलता से बदलाव की हवा इतनी तेजी से चला रही हैं कि जिसके समक्ष समस्त मानवजाति आश्चर्यचकित है। सुभषाचन्द्र बोस की आजाद हिन्द फौज की कैप्टन लक्ष्मी सहगल थीं, जिनसे हमें प्रेरणा प्राप्त होती है।
विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सतेन्द्र कुमार चौधरी ने कहा कि आज के समय में बेटियां किसी से भी कम नहीं हैं। वे देश की उन्नति के हर क्षेत्र में अपना भरसक योगदान दे रहीं हैं।
अपर जिला जज निधि ने कहा कि हमारी बेटियां दिनोंदिन उन्नति के शिखर पर चढ़ती चलीं जा रहीं हैं। ये उस दीपक की लौ के समान हैं, जिसे एक बार प्रज्ज्वलित कर दो तो तिमिर का नामोनिशान मिटा देता है।
रश्मि सिंह ने कहा कि वैदिक युग में नारियों को पुरुषों के समान ही माना जाता था। गार्गी, अपाला, घोषा आदि विदुषी नारियां इस बात का प्रमाण हैं। रानी लक्ष्मीबाई, झलकारी बाई, अवन्ती बाई जैसी वीरांगनाओं ने अपनी शक्ति का लोहा मनवाया था। आधुनिक युग में नारियां किसी से भी कम नहीं हैं।
इससे पहले विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। छात्रा प्रीती, आरणा, वैष्णवी और श्रेया ने नारी सशक्तिकरण पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति दी। एनसीसी कैडेट सान्वी मिश्रा ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में अपर जिला जज अनीता, सिविल जज योगेश शिवा, जुडीशियल मजिस्ट्रेट प्रियंका वर्मा, अपर सिविल जज जूनियर डिवीजन शिखा चौधरी, रचना रावत, जयति, बाल संरक्षण अधिकारी अलका मिश्रा, विद्यालय प्रधानाचार्य डा. राम मोहन, प्रशासनिक प्रधानाचार्य डा. कुसुम मोहन आदि मौजूद रहे।