नई मशीनें दिलाएंगीं बिजली कटौती से निजात
अपग्रेड हो रहा सिविल लाइन उपकेंद्र, बदली जाएंगी सभी पुरानी मशीनें।
मैनपुरी : बिजली कटौती से परेशान लोगों को जल्द राहत मिलेगी। इसके लिए सिविल लाइन उपकेंद्र के उच्चीकरण की कवायद तेज हो गई है। वर्षों पुरानी जर्जर मशीनों से आए दिन होने वाले फाल्ट को दूर करने के लिए अब पूरे केंद्र को अपग्रेड कराया जा रहा है। इनडोर वीसीबी पैनल के अलावा दूसरी सभी नई मशीनों को स्थापित कराने के साथ नया कंट्रोल रूम भी बनवाया जा रहा है। विद्युत विभाग का दावा है कि इसके बाद उपकेंद्र से होने वाली विद्युत आपूर्ति की समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।
सिविल लाइन विद्युत उपकेंद्र से शहर के एक बडे़ इलाके के साथ एक सैकड़ा ग्रामीण क्षेत्रों को सप्लाई दी जाती है। लेकिन, यहां पुरानी मशीनों में आए दिन होने वाले फाल्ट से उपभोक्ताओं को प्रतिदिन विद्युत कटौती से जूझना पड़ता है। उपभोक्ताओं की समस्या के निदान के लिए अब महकमे ने सिस्टम को ही अपग्रेड करने की तैयारी शुरू कर दी है। उपकेंद्र पर सभी पुरानी वीसीबी (वेक्यूम सर्किट ब्रेकर) मशीनों को हटवाकर उनके स्थान पर नई मशीनों को स्थापित कराया जाएगा।
अधिशासी अभियंता एससी शर्मा ने बताया कि इनक¨मग और आउट गोइंग सप्लाई वाली मशीनों को भी स्थापित कराए जाने की तैयारी है। दिसंबर तक इस कार्य को पूरा कर अंतिम सप्ताह में ही सप्लाई चालू कराने की योजना है।
तैयार होगा अलग कंट्रोल रूम:
अधिशासी अभियंता का कहना है केंद्र के एक ही कक्ष में अवर अभियंता के बैठने की व्यवस्था थी। उसी कमरे में मशीनें रखी हुई थीं। वीसीबी सर्किट पैनल वाला कक्ष बंद पड़ा था। कोई अनहोनी होने पर यहां अंदर जाकर मशीनों की सप्लाई को बंद करना भी संभव न था। अब उच्चीकरण में अवर अभियंताओं के बैठने के लिए अतिरिक्त कक्ष का निर्माण कराया जा रहा है। इसके अलावा सर्किट पैनल वाले कक्ष को भी अलग कर एक कतार में मशीनों को स्थापित कराया जाएगा। नई मशीनों के लिए कंट्रोल रूम से दूर कक्ष बनवाया जा रहा है। इमरजेंसी में भी कर पाएंगे उपयोग:
अधिशासी अभियंता ने बताया कि सिविल लाइन उपकेंद्र को इमरजेंसी उपकेंद्र के रूप में भी तैयार किया जाएगा। यहां एक ऐसा सर्किट भी बनवाया जाएगा जिससे इमरजेंसी के दौरान शहर को भी सप्लाई दी जा सके।