न्याय के लिए एसडीएम के दर पहुंचा नंदलाल
दलाल ने केसीसी कार्ड बनवाकर निकाल ली थी लोन की रकम पीड़ित किसान के पिता की दो साल पूर्व हो चुकी है सदमे में मौत।
किशनी, संवादसूत्र। तहसील क्षेत्र की बैंकों का बुरा हाल है। बैंक में कर्मचारियों की मिलीभगत से सक्रिय दलाल ने एक किसान के नाम से दो बैंकों से किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) बनवाकर रकम निकाल ली। इसके चलते किसान दो साल पूर्व खुदकशी कर चुका है, अब उनका बेटा इंसाफ पाने को ठोकरें खा रहा है।
सोमवार को फरेंजी निवासी नंदलाल कमल पुत्र सरनाम सिंह ने एसडीएम प्रेमप्रकाश से शिकायत की। उन्होंने बताया कि उनके पिता सरनाम सिंह ने 2015 में किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए बैंक ऑ़फ इंडिया समान में आवेदन किया था। वहां मौजूद दलाल अरुण यादव उर्फ रिकू पुत्र नरेश यादव निवासी डांडेहार ने जल्द केसीसी बनवाने के नाम पर पिता सरनाम सिंह से कई कागजों पर हस्ताक्षर करवा लिए। बाद में दलाल अरुण ने केसीसी न बनने का हवाला देकर भूमि विकास बैंक किशनी से बनवाने को कहा। पिता ने अनपढ़ होने के कारण हर जगह कागजों पर अंगूठा लगा दिया।
थोड़े दिन बाद दोनों बैंकों से एक-एक लाख के लोन संबंधी रकम जमा करने का नोटिस मिला तो जानकारी हुई। बैंक में पता करने पर कर्मचारियों ने उन्हें भगा दिया। इसके बाद पिता ने सदमे में आकर पिता ने आत्महत्या कर ली थी। दोनों बैंकों में उसकी पांच बीघा जमीन बंधक रखी है। बैंक से बार-बार धन वसूली का नोटिस पहुंचने पर वह परेशान है। उसने एसडीएम को प्रार्थना पत्र देकर दलाल अरुण और बैंक पर कार्रवाई की मांग की है। आरोपित के खिलाफ पहले भी हो चुकी हैं शिकायत
फरेंजी निवासी नंदराम ने जिस दलाल पर आरोप लगाया है, उसके खिलाफ पूर्व में भी कई शिकायत की जा चुकीं है। सूत्रों के मुताबिक आरोपित ने नगर की भूमि विकास बैंक और कटरा समान की बैंक ऑफ इंडिया से कई लोगों के केसीसी बनवाकर रकम हड़प ली है। अनपढ़ किसानों से वह कागजों पर अंगूठा लगवाने के नाम पर विड्रॉल बाउचर पर भी हस्ताक्षर करा लेता है। कुछ महीनों बाद बैंक से वसूली नोटिस पहुंचने पर लोगों को ऋण की धनराशि निकलने का पता चलता है।