झूठी शान में गई थी माधुरी की जान
भोगांव संसू। पेड़ पर लटकी मिली किशोरी को उसके स्वजनों ने झूठी शान में गला दबाकर मारा था। हत्या के दस दिन बाद पुलिस ने ऑनरकिलिग के इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार कर राजफाश कर दिया। किशोरी की हत्या में शामिल मां-बाप फिलहाल पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
संसू, भोगांव : पेड़ पर लटकी मिली किशोरी को उसके स्वजनों ने झूठी शान में गला दबाकर मारा था। हत्या के 10 दिन बाद पुलिस ने ऑनरकिलिग के इस मामले में चार आरोपितों को गिरफ्तार कर राजफाश कर दिया। किशोरी की हत्या में शामिल मां-बाप फिलहाल पुलिस की पकड़ से दूर हैं।
थाना क्षेत्र के गांव गढि़या गोविदेपुर निवासी वीरेंद्र सिंह की 17 वर्षीय पुत्री माधुरी का शव 23 मार्च को गांव के बाहर खेतों में एक पेड़ से लटका मिला था। घटना के पर्दाफाश के प्रयास में जुटी पुलिस टीम शुरू से ही ऑनर किलिग के ऐंगल पर जांच कर रही थी। गुरुवार को एसपी अजय कुमार पांडेय ने घटना का राजफाश करते हुए बताया कि माधुरी के गांव के ही एक युवक से प्रेम संबंध थे। इन संबंधों के चलते वह तीन बार घर से भागने का प्रयास कर चुकी थी। लगातार गांव में बदनामी होने से परेशान उसके भाई ब्रजपाल, भाभी रूमा देवी, पिता वीरेंद्र सिंह, मां रेखा देवी, बहन राधा, बहनोई दिनेश निवासी गांव अहमदाबाद थाना बागवाला एटा ने एक राय होकर माधुरी को घर से निकलते ही अपनी चौपाल के कमरे में उसके ही दुपट्टे से गला घोंटकर मार दिया था। भाई ब्रजपाल और बहनोई दिनेश बाइक से शव को गांव के बाहर रस्सी से पेड़ पर टांग आए।
पुलिस ने ब्रजपाल, रूमा देवी, दिनेश व राधा को गिरफ्तार कर जब पूछताछ की तो इन लोगों ने जुर्म कबूल लिया। एसपी अजय कुमार ने घटना के राजफाश पर इंस्पेक्टर पहुप सिंह, एसएसआइ सुरेश चंद्र शमर, सर्विलांस प्रभारी जोगेंद्र सिंह यादव व अन्य पुलिस टीम को 20 हजार का इनाम दिया। अब पुलिस फरार वीरेंद्र सिंह व उनकी पत्नी रेखा की तलाश में जुट गई है।
तीन साल की बेटी भी रहेगी जेल में
माधुरी की हत्या में शामिल ब्रजपाल की तीन वर्षीय पुत्री शिवांगी को उसकी मां के साथ मजबूरन जेल भेजना पड़ा है। जबकि राधा के एक माह के पुत्र को उसके ससुरालीजनों के सुपुर्द किया गया है।