वायरल आडियो मामले में आरओ पर कार्रवाई की संस्तुति
पंचायत चुनाव में रिटर्निंग अधिकारी की भूमिका निभाने वाले अधिकारी के
संसू, किशनी (मैनपुरी): पंचायत चुनाव में रिटर्निंग अधिकारी की भूमिका निभाने वाले अधिकारी के हेरफेर कराने और धनराशि का आडियो वायरल के बाद से प्रशासन की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं। सोमवार को जिला पंचायत सदस्य पद के दावेदार और प्रधान पद के प्रत्याशियों ने डीएम को शिकायती पत्र देकर आरओ पर कार्रवाई और पुनर्मतणना की मांग उठाई। तीन दिन पूर्व प्रधान प्रत्याशी और पंचायत चुनाव में आरओ रहे यश वर्मा के मध्य मतगणना में धांधली को लेकर लेन-देन का आडियो वायरल हुआ था। इसमें रतिभानपुर से प्रधान पद पर प्रत्याशी रहे सत्येंद्र ने चुनाव हारने के बाद आरओ से दिए हुए पैसे वापस मांगे थे। आडियो में साफ-साफ मतगणना में धांधली की बात आरओ यश वर्मा कहते हुए सुनाई पड़े थे। आडियो वायरल होने के बाद पंचायत चुनाव में प्रत्याशी रहे दावेदारों में हड़कंप मच गया। सोमवार को वार्ड दो से जिला पंचायत सदस्य प्रत्याशी रहे नरेंद्र यादव, वार्ड एक से भाजपा के प्रत्याशी रहे बलवीर धनगर आदि ने डीएम को शिकायती पत्र सौंपते हुए आरओ पर मतगणना में धांधली करवाने और पैसे लेकर गड़बड़ी करने का आरोप लगाते हुए पुनर्मतगणना करवाने की मांग की। - आरओ करा सकते हैं हत्या- वायरल आडियो में शामिल प्रधान पद के प्रत्याशी ने अपनी हत्या की आशंका जताई है। इस दौरान थाने पहुंचे आडियो में शामिल सत्येंद्र ने आरओ यश वर्मा और उनके अधीनस्थ अशोक कुमार पर उनकी हत्या कराने का षडयंत्र रचने का आरोप लगाते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई। सत्येंद्र के अनुसार, उनके द्वारा दिए गए 1.15 लाख रुपये की रकम मांगने और इस खुलासे से आरओ यश वर्मा उनसे खासे नाराज हैं। बचने के लिए उनकी हत्या तक करा सकते हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। - जांच में तो दोषी मिले आरओ- वहीं, इस मामले की जांच डीएम महेंद्र बहादूर सिंह के निर्देश पर जिला विकास अधिकारी प्रवीन कुमार राय और ग्राम्य विकास प्रशिक्षण संस्थान के आचार्य धीरेंद्र कुमार ने की। दोनों अधिकारियों ने आडियो के आधार पर आरओ यश वर्मा की संलिप्तता मानकर डीएम को विभागीय कार्रवाई की संस्तुति की है। अब मामले से जुड़ी फाइल डीएम के पास हैं। वहीं, आरोप लगाने वाला बयान देने को बुलावे पर नहीं आया।