28 को बंद रहेंगी दवा दुकानें, भटकेंगे मरीज
दवाओं की कमी से पहले ही अस्पतालों की स्थितियां बदतर हैं। उस पर दवा कारोबारियों ने देशव्यापी बंद की चेतावनी देकर मरीजों की मुश्किलों को और ज्यादा बढ़ा दिया है।
जासं, मैनपुरी : दवाओं की कमी से पहले ही अस्पतालों की स्थितियां बदतर हैं। उस पर दवा कारोबारियों ने देशव्यापी बंद का ऐलान कर दिया है। 28 सितंबर को दवाएं की दुकानें बंद रहेंगीं।
कैमिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को जिलाधिकारी प्रदीप कुमार से मुलाकात की। एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक ¨सह चौहान ने कहा कि सरकार दवा कारोबारियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं कर रही। ई-फार्मेसी के विकल्प को जबरदस्ती थोपा जा रहा है। इस व्यवस्था के लागू होने से कारोबारियों को बड़ा नुकसान होगा। बिकने वाली एक-एक दवा का ब्योरा तत्काल ऑनलाइन फीड करना होगा। किस मरीज के लिए दवा दी है, इसकी जानकारी भी भरनी होगी।
सचिव विनय सक्सेना ने कहा कि खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन द्वारा फार्मेसिस्टों की बाध्यता लगाई गई है। जब तक फार्मेसिस्टों की व्यवस्था न हो जाए, तब तक इस बाध्यता से केमिस्टों को दूर रखा जाए। नए-नए कानूनों के माध्यम दवा कारोबारियों का उत्पीड़न करने की जो साजिश रची जा रही है, उसे बंद कराया जाए। विरोध में कारोबारियों ने 28 सितंबर को जिले भर की दवा दुकानों को बंद रखने का निर्णय लिया है। दवाएं की दुकान बंद रहने से मरीजों को परेशानी होने की आशंका जताई जा रही है। जिलाधिकारी का कहना है कि मरीजों को समस्या न हो, इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था कराई जाएगी।