मिट्टी के बाजार ने पकड़ा मुनाफे का कारोबार
पिछले साल की तुलना में 15 फीसद बढे़ दीयों के दाम। कुंभकार दीपावली की तैयारी में जुट गए हैं।
मैनपुरी : मिट्टी का कारोबार अबकी मुनाफे का बाजार तलाश रहा है। प्लास्टिक पर पाबंदी के बाद कुंभकारों को दीपावली पर अच्छी आमदनी की आस बांधी है। खरीददारी और लोगों की पसंद को देखते हुए अलग-अलग डिजाइन के मिट्टी के दीये बाजार में मंगाए गए हैं।
कुंभकार दीपावली की तैयारी में जुट गए हैं। माता लक्ष्मी के पूजन के साथ घरों पर रोशनी के लिए ज्यादातर मिट्टी के दीयों का ही प्रयोग किया जाता है। पूजन कार्य में इन्हें शुभ माना जाता है। कुछ ही दिन बाद रोशनी का पर्व है। कुम्हार मंडी स्थित कुंभकार आजाद का कहना है कि पिछले कुछ सालों से डिजाइनर दीयों की काफी ज्यादा मांग रहती है। लोगों की पसंद को देखते हुए इस बार आकर्षक डिजाइन वाले दीये मंगाए गए हैं। हालांकि पिछले साल की तुलना में दीयों पर 15 फीसद तक की महंगाई आई है। लेकिन, लोगों की पसंद में कोई गिरावट नहीं हो रही है। उनका कहना है कि ज्यादातर लोगों द्वारा एडवांस आर्डर दिए गए हैं। धनतेरस से लेकर दीपावली की शाम तक इनकी खरीदारी होती है। ये हैं दीयों के दाम:
डिजाइनर छोटे दीये - 100 रुपये सैकड़ा
सादा छोटे दीये - 80 रुपये सैकड़ा
सादा बडे़ दीये - 100 रुपये सैकड़ा आगरा से करते हैं आयात: कुंभकार का कहना है कि पहले जिले में चाक पर मिट्टी से सादा दीये बनाए जाते थे। लेकिन, अब लोगों की पसंद बदली है। हर कोई डिजाइनर दीयों की मांग करता है। ऐसे में आगरा से इनकी आपूर्ति कराई जाती है। यहां मशीनों के माध्यम से इनका निर्माण होता है।