गांव विनायकपुर की गलियों में नालियां ही नहीं
मैनपुरी जासं। प्रदेश सरकार गांवों के विकास पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है लेकिन कई गांव ऐसे हैं जहां की तस्वीर अब तक बदसूरत है। ऐसा ही एक गांव विनायकपुर भी है। यहां मुख्य मार्ग पर ही नालियां ही नहीं हैं। घरों का पानी रोड पर ही भर जाता है। बारिश होने पर तो यहां राह गुजरना मुश्किल हो जाता है।
जासं, मैनपुरी: प्रदेश सरकार गांवों के विकास पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन कई गांव ऐसे हैं जहां की तस्वीर अब तक बदसूरत है। ऐसा ही एक गांव विनायकपुर भी है। यहां मुख्य मार्ग पर ही नालियां ही नहीं हैं। घरों का पानी रोड पर ही भर जाता है। बारिश होने पर तो यहां राह गुजरना मुश्किल हो जाता है।
जिला मुख्यालय से करीब 17 किलोमीटर दूर बसे गांव विनायकपुर में सफाई छोड़िए, गांव की मुख्य राह ही बदहाल है। नालियां न होने से घरों का पानी मुख्य मार्ग पर ही भरता रहता है। दुर्गध और गंदगी से गांव में संक्रामक बीमारियों के फैलने का भी खतरा बना हुआ है।
जलभराव होने पर इंटरलॉकिंग ईट डाल बनाते रास्ता: मुख्य मार्ग पर कीचड़ और गंदगी होने से ग्रामीण जुगाड़ से काम चलाते हैं। राह से निकलने के लिए इंटरलॉकिग ईंटें आसपास से लाकर यहां कुछ कदम की दूरी पर रखते हैं।
आज भी खुले में शौच को जा रहे ग्रामीण: गांव में कई ग्रामीण आज भी खुले में शौच को जाते हैं। बिटोली देवी के यहां शौचालय नहीं है, ऐसे में उनके परिवार की महिलाएं खेतों में जाती हैं। इनका कहना है कि प्रधान और सचिव ने कई बार शौचालय दिलवाने के नाम पर कागजात तो लिए, लेकिन लाभ नहीं मिला।
स्वच्छता की भी बदसूरत तस्वीर :विनायकपुर गांव में करीब 400 घर और 3200 मतदाता हैं। यहां सफाई कर्मचारी तैनात है। ग्रामीणों का आरोप है कि सफाईकर्मी केवल प्रधान के घर के आसपास काम कर लौट जाता है। कई ग्रामीण तो उसका नाम तक नहीं जानते।
गांव विनायकपुर की शिकायत आई है, बदहाली और गंदगी को दिखवाया जाएगा। समस्या दूर कराने के लिए सचिव से कहा गया है। -स्वामीदीन, डीपीआरओ।