यातायात अभियान, फुटपाथ पर दुकानें, सड़कों पर कदमताल
मैनपुरी जासं। तांगा स्टैंड से संता-बसंता चौराहा तक की पूरी सड़क अतिक्रमणकारियों की चपेट में है। सड़क के दोनों ओर फड़ वालों ने कब्जा रखी है। दोपहर दो बजे के बाद इस सड़क से पैदल निकलना भी दूभर हो जाता है।
तांगा स्टैंड: तांगा स्टैंड से संता-बसंता चौराहा तक की पूरी सड़क अतिक्रमणकारियों की चपेट में है। सड़क के दोनों ओर फड़ वालों ने कब्जा रखी है। दोपहर दो बजे के बाद इस सड़क से पैदल निकलना भी दूभर हो जाता है।
क्रिश्चियन तिराहा: क्रिश्चियन तिराहा पर ई-रिक्शा और टेंपो चालकों की वजह से व्यवस्था बिगड़ी है। सड़क के दोनों किनारों पर कब्जे के कारण आए दिन जाम लगता है। इसके अलावा दुकानों के बाहर खडे़ वाहन भी रास्ता रोकते हैं।
आगरा रोड: आगरा रोड पर सड़क के दोनों ओर फुटपाथों पर सब्जी के हथठेलों ने कब्जा कर रखा है। दुकानदारों ने भी फड़ सजाकर फुटपाथों को घेरा हुआ है। शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं कराई गई।
जासं, मैनपुरी : शहर की यातायात व्यवस्था को बिगाड़ने में फुटपाथों पर हुए अवैध कब्जे सबसे ज्यादा जिम्मेदार हैं। कहीं दबंगई से फड़ लगा लिए हैं तो कहीं दुकानदारों ने ही फुटपाथों को किराए पर उठाकर वसूली शुरू कर दी है। पैदल चलने वालों के लिए जगह ही नहीं बची है। शहर में कचहरी रोड, स्टेशन रोड, राधा रमन रोड, करहल रोड, सदर बाजार, लेनगंज, लोहामंडी, बजाजा बाजार, कृष्णा टाकीज रोड, रेलवे स्टेशन रोड सहित सभी प्रमुख सड़कों पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। गुरुवार को तो क्रिश्चियन तिराहा से करहल चौराहा और भांवत चौराहा तक अतिक्रमण की वजह से दोपहर बाद जाम के हालात बन जाते हैं।
सिर्फ बनती रहीं योजनाएं, अमल नहीं: फुटपाथों को कब्जा मुक्त करा बाजारों और सड़कों को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए पुलिस, प्रशासन और नगर पालिका ने कई बार योजनाएं बनाईं। हर बार तय हुआ कि सड़कों को खाली कराया जाएगा। अभियान भी चलाए गए लेकिन किसी भी कार्रवाई का असर नजर नहीं आया। पालिका प्रशासन और पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई। व्यवस्था की गई थी कि सड़कों और फुटपाथों पर दुकानों का संचालन करने वालों की वीडियोग्राफी कराने के बाद उनसे जुर्माना वसूला जाएगा, लेकिन यह व्यवस्था भी दम तोड़ गई।
'पुरानी वीडियो रिकॉर्डिंग की मदद ली जाएगी। फुटपाथों पर कब्जा करने वालों को चिन्हित किया जाएगा। ऐसे लोगों को आखिरी चेतावनी दी जाएगी। यदि फिर भी कब्जे खाली न किए गए तो पहले नोटिस और उसके बाद एफआइआर की कार्रवाई भी कराई जाएगी। पालिका प्रशासन का सहयोग भी लिया जाएगा।'
अभय नारायण राय, सीओ सिटी।