स्वच्छ शहर के लिए बदलनी होगी सोच, तभी सुंदर दिखेगा शहर
मैनपुरी जासं। डीआइओएस और बीएसए कार्यालय के आसपास वर्षों पुराना जलभराव है। गंदे पानी का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। आज तक इस समस्या के निस्तारण को जिम्मेदारों के स्तर से कोई प्रयास नहीं हुए।
दृश्य एक : डीआइओएस और बीएसए कार्यालय के आसपास वर्षों पुराना जलभराव है। गंदे पानी का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। इस समस्या के निस्तारण के लिए जिम्मेदारों के स्तर से कोई प्रयास नहीं हुए।
²श्य दो : पुराने बीएसए कार्यालय परिसर में भी जलभराव की स्थितियां हैं। अधिकारियों को पानी के बीच से होकर जाना पड़ता है। पालिका प्रशासन ने यहां जल निकासी की व्यवस्था नहीं कराई है।
जासं, मैनपुरी : जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह ने स्वच्छ मैनपुरी, स्वस्थ मैनपुरी का सपना संजोया है। शहरवासियों से साफ-सफाई की अपील भी की है लेकिन सरकारी दफ्तरों के आसपास की स्थितियां खराब हैं। यहां जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। असल में लोगों ने नालियां बंद कर रखी हैं। कहीं मिट्टी डाल दी गई है तो कहीं रास्ते ही पाट दिए हैं। ऐसे में पानी नालियों में पहुंचने के स्थान पर रास्तों में ही भर रहा है। इसमें ही लोग गोबर और कूड़ा डाल रहे हैं। ऐसी बदतर स्थितियों के बावजूद अभी तक जिम्मेदारों ने कोई खास प्रयास नहीं किए हैं।
खुद से लगवाई पंप, निकाल रहे पानी
पुराना बीएसए कार्यालय परिसर में एक्सीलेरेटेड लर्निंग कैंप का संचालन करने वालों की पूरी टीम रहती है। आने-जाने में परेशानी न हो, लिहाजा इन लोगों ने निजी टुल्लू पंप लगाकर जलभराव को खाली कराने की पहल की है। पाइप के माध्यम से पानी नाली में पहुंचाया जा रहा है।
जहां-जहां पर जलभराव है, वहां पहले छोटी पंप की मदद से पानी निकलवाया जाएगा। बाद में जगह को सुरक्षित करा वहां नालियां बनवाई जाएंगी। जलनिकासी की व्यवस्था होगी।
मनोरमा देवी, चेयरमैन, नगर पालिका परिषद।