साहब, कैसे काबू करें स्पीड, ब्रेकर तो बनवाओ
मैनपुरी जासं। मैनपुरी-कुरावली मार्ग पर लोक निर्माण विभाग कार्यालय के नजदीक सड़क पर बनवाया गया रंबल स्ट्रिप का ज्यादातर हिस्सा टूट चुका है। रोजाना इसी टूटे ब्रेकर से गाड़ियां गुजर रही हैं।
दृश्य एक : मैनपुरी-कुरावली मार्ग पर लोक निर्माण विभाग कार्यालय के नजदीक सड़क पर बनवाया गया रंबल स्ट्रिप का ज्यादातर हिस्सा टूट चुका है। रोजाना इसी टूटे ब्रेकर से गाड़ियां गुजर रही हैं।
दृश्य दो : आगरा रोड पर राजकीय इंटर कॉलेज के सामने बनाए गए ब्रेकर को उखाड़ दिया गया है। सड़क पर गड्ढे हो चुके हैं। जिससे चालकों को परेशानी होती है। इसकी मरम्मत तक नहीं कराई गई।
जासं, मैनपुरी : रफ्तार को काबू करने के लिए कार्यदायी संस्थाओं ने शहर में स्पीड ब्रेकर बनवाए, लेकिन देखरेख के अभाव में ज्यादातर ध्वस्त हो चुके हैं। रंबल स्ट्रिप में भी लापरवाही बरती गई। भारी वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही से रंबल स्ट्रिप के कई हिस्से टूटकर खराब हो गए हैं। कई जगहों पर तो इनकी प्लेट ही उखड़ चुकी हैं। डामर और सीमेंट से बनवाए ब्रेकरों में भी मनमानी की जा रही है। शहर में जिला अस्पताल के सामने मुख्य द्वार पर, कुं. आरसी कन्या इंटर कॉलेज के सामने, पुलिस लाइन तिराहा के पास, भांवत चौराहा, करहल चौराहा पर बनवाए स्पीड ब्रेकर भी वाहन चालकों की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं।
ये हैं मानक
स्पीड ब्रेकरों को लगभग सात से आठ इंच का बनाया जाना चाहिए।
इन पर प्लास्टर ऑफ पेरिस की सफेद रंग की पट्टी करानी चाहिए ताकि वाहन चालकों को दूर से ही आभास हो सके।
ब्रेकरों पर कैट आइज लगी होने चाहिए ताकि रात के समय में ये चमक कर आगाह करें।
स्पीड ब्रेकर से 20 मीटर पहले ही सड़क किनारे बोर्ड पर सूचना चस्पा होनी चाहिए ताकि चालक गति धीमी कर ले।
स्पीड ब्रेकरों को दुरुस्त कराने के लिए संबंधित कार्यदायी संस्थाओं से संपर्क साधा जा रहा है। ब्रेकरों पर सफेद रंग की पट्टी भी कराई जाएगी ताकि दूर से ये आसानी से दिखाई दे सकें। अभय नारायण राय, सीओ सिटी।