शॉर्ट सर्किट से ऑयल टैंकों में लगी आग, हड़कंप
मैनपुरी : शॉर्ट सर्किट से पावर हाउस परिसर के ट्रांसफारमर मेंटीनेंस सेक्टर मेंबने ऑयल टेंकटरों में आग लग गई।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : शॉर्ट सर्किट से पावर हाउस परिसर के ट्रांसफारमर मेंटीनेंस सेक्टर में बने ऑयल टैंकरों में आग लग गई। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। सूचना पर पहुंचीं दमकल की चार गाड़ियों ने बमुश्किल आग पर काबू पाया। विभागीय अधिकारी आग लगने के असली कारणों की जांच कर रहे हैं। पावर हाउस परिसर में ही ट्रांसमिशन सेक्शन के नजदीक ट्रांसफारमरों की मेंटीनेंस का सेक्टर बना हुआ है। बडे़ भू-भाग में ट्रांसफारमरों की मरम्मत का कार्य कराया जाता है। यहीं एक हिस्से में 44 हजार लीटर क्षमता वाले चार बडे़ ऑयल टैंकर बने हुए हैं। गुरूवार की शाम लगभग पांच बजे अचानक यहां एक टैंकर के पास धुआं उठने लगा। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, आग की लपटों ने टैंकर को अपनी चपेट मे ले लिया। आनन-फानन में पूरे सेक्टर को खाली करा दिया गया।
सूचना मिलते ही मुख्य अग्निशमन अधिकारी मनु शर्मा की अगुवाई में दमकल कर्मियों ने चार गाड़ियों की मदद से आग पर बमुश्किल काबू पाया। हादसे की वजह से एक टैंकर का बाहरी हिस्सा बुरी तरह से जलकर नष्ट हो गया है। उप खंड अधिकारी दीपचंद्र का कहना है कि इंसुलेशन डेमेज हुआ है। आग की वजह से बाहरी कवर को नुकसान पहुंचा है। जिस वक्त आग लगी उस वक्त उस टैंकर में मात्र 4400 लीटर ऑयल ही भरा हुआ था। आग के असली कारणों की जांच की जाएगी। तो हो सकता था भीषण विस्फोट
चार टैंकरों की क्षमता 44 हजार लीटर की है। यदि इनमें ऑयल पूरा भरा होता तो आग की लपटों को रोकना आसान न होता। सीएफओ का कहना है कि यदि विस्फोट होता तो आसपास के मकानों को भारी नुकसान पहुंचता। इतना ही नहीं, यदि कोई कर्मचारी आसपास होता तो वह भी बुरी तरह से घायल हो जाता। आग की लपटों पर काबू करने के लिए भी भारी मशक्कत करनी पड़ती। प्रथम ²ष्टया शॉर्ट सर्किट की वजह से ही आग लगना प्रतीत हो रही है। बाकी, पूरी स्थिति तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी।