रीडर स्टोर कर रहा था रीडिग, दर्ज होगी एफआइआर
बिजली चोरी को लेकर विभागीय साठ-गांठ के आरोपों को भले ही विभा
मैनपुरी, जागरण संवाददाता : बिजली चोरी को लेकर विभागीय साठ-गांठ के आरोपों को भले ही विभाग झुठलाता रहा हो लेकिन लैब से आई रिपोर्ट ने इसकी पोल खोल दी है। रीडर द्वारा रीडिग स्टोर कर बिजली चोरी कराने का मामला सामने आया है। विभागीय अधिकारियों ने निलंबन के साथ एफआइआर दर्ज कराने संबंधित कार्रवाई शुरू कर दी है।
अक्सर मीटर रीडरों पर ये आरोप लगते रहे हैं कि वे रीडिग में खेल करके बिजली की चोरी कराते हैं। इतना ही नहीं, बड़ी संख्या में उपभोक्ता भी रीडरों से सेटिग करके अपने बिल में हेरा-फेरी करते रहते हैं। जांच के दौरान विभागीय टीम ने शहर के ज्योंती रोड निवासी उपभोक्ता नरेश चंद्र के मकान से संदेह के आधार पर मीटर को उतारकर जांच के लिए लैब में भेजा था।
शनिवार को आई लैब रिपोर्ट में खेल खुलकर सामने आ गया। मीटर में 3600 यूनिट स्टोर मिली जबकि रीडर द्वारा हमेशा कुछ यूनिट का ही बिल बनाया जा रहा था। पूछताछ में सामने आया कि मीटर रीडर वंश यादव द्वारा सुविधा शुल्क लेकर कम खपत और डिमांड के बिल बनाकर उपभोक्ता को थमाए जा रहे थे। उपखंड अधिकारी प्रथम पदम कुमार गर्ग का कहना है कि इस मामले में जांच के बाद मीटर रीडर के निलंबन को सेवा प्रदाता कंपनी फ्लुएंट ग्रिड को पत्र भेजा गया है। साथ ही रीडर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने के लिए भी कहा गया है।