Move to Jagran APP

पर्यावरण के लिए जहर है पॉलीथिन

शहर के पैराडाइज पब्लिक स्कूल में ब'चों ने पॉलीथिन से मुक्त करने की शपथ ली।

By JagranEdited By: Published: Thu, 19 Jul 2018 11:37 PM (IST)Updated: Thu, 19 Jul 2018 11:37 PM (IST)
पर्यावरण के लिए जहर है पॉलीथिन

जागरण संवाददाता, मैनपुरी : पॉलीथिन पर प्रतिबंध लेकर 'जागरण' के अभियान का कारवां बढ़ता ही जा रहा है। गुरुवार को पैराडाइज पब्लिक स्कूल में छात्र-छात्राओं ने इससे होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने पॉलीथिन का प्रयोग न करने और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करने की शपथ ली।

loksabha election banner

कार्यक्रम में पैराडाइज पब्लिक स्कूल के प्रधानाचार्य सीपी पांडेय ने बच्चों को बताया कि हमें पॉलीथिन के स्थान पर कपड़े के थैलों का प्रयोग करना चाहिए। हम अगर पॉलीथिन में कोई चीज लाते हैं तो हम इसे एक बार उपयोग के बाद ही फेंक देते हैं। यदि कपड़े के थैले का प्रयोग करते हैं तो हमें इसे फेंकना नहीं पड़ेगा। उन्होंने बताया कि आज पृथ्वी पर लाखों टन कचरा केवल पॉलीथिन का है। इसके निस्तारण को वैज्ञानिक लगे हुए हैं। फिर भी इसका कोई कारगर हल नहीं निकल सकता है। पॉलीथिन पर्यावरण के साथ मानव स्वास्थ्य और धरती को भी नुकसान पहुंचा रही है, ऐसे में पॉलीथिन को बैन करना सही होगा। इसके लिए जरूरी है कि हर व्यक्ति पॉलीथिन का बहिष्कार करे। बच्चों को शपथ दिलाई कि वे पॉलीथिन का उपयोग नहीं करेंगे। इस दौरान बच्चों ने भी पॉलीथिन पर अपने विचार रखे।

छात्र शिवेंद्र ने बताया कि हमें पॉलीथिन जलानी नहीं चाहिए। क्योंकि पॉलीथिन के जलने से निकलने वाली गैसें हमारे शरीर में रोगों को जन्म देती हैं। हम देखते होंगे कि सफाईकर्मी अक्सर झाडू़ लगाने के बाद पॉलीथिन में आग लगा देते हैं, जिससे पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। इस दौरान सुदेश दुबे, अजय मिश्रा, अर्पित मिश्रा, विपिन भदौरिया, अरुण यादव, बविता तिवारी, सुधांशु तिवारी, शेखर मिश्रा, संजीव मिश्रा मौजूद रहे। बच्चों की बात

आज जहां भी नजर जाती है वहां पॉलीथिन के उत्पाद ही नजर आते हैं। चाहे कोई भी पै¨कग वाली चीज हो या फिर कोई जरूरी सामान लाना हो, बस पॉलीथिन में मिलता है। ये घातक है।

मीनल, कक्षा 12 अगर सभी लोग संकल्प ले लें कि जब भी वे घर से कुछ लेने के लिए निकलेंगे तो वे अपने साथ एक कपड़े का झोला लेकर जाएंगे। तो पॉलीथिन का खात्मा करने में देर नहीं लगेगी।

रागिनी, कक्षा 12 सरकार ने पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाया है। हमें तो बहुत पहले ही पॉलीथिन का बहिष्कार कर देना चाहिए था। समाज हमारा है, हमें इसे साफ-सुथरा रखने के लिए प्रयास करना होगा।

रिषभ, कक्षा 12 क्या जब पॉलीथिन नहीं थी तो लोग बाजार से सामान लेने के लिए नहीं जाते थे। लेकिन आज हमें बिना पॉलीथिन के जीवन असंभव लग रहा है। क्योंकि हम आज इस पर निर्भर हो गए हैं।

अनुभव चौहान, कक्षा 12 उपजिलाधिकारी ने चलाया चे¨कग अभियान

संवाद सूत्र, बिछवां : उप जिलाधिकारी कुरावली शिवप्रसाद ने बुधवार सुबह कस्बा बिछवां पहुंच कर पॉलीथिन के खिलाफ थाना पुलिस के साथ चे¨कग अभियान चलाया। एसडीएम के कस्बा में पहुंचते ही हडकंप मच गया। दुकानदारों व हथठेल लगाने वालों ने पॉलीथिन को अपने ठिकानों से गायब कर दिया। उपजिलाधिकारी ने दुकानदारों को चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी पॉलीथिन का उपयोग नहीं करेगा। वहीं डिस्पोजल प्लास्टिक गिलास भी बाजार में नहीं दिखने चाहिए। अगली बार में यदि पॉलीथिन या प्रतिबंधित चीज पायी जाती है तो उस दुकानदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.