अब संविदा लाइनमैनों ने पकड़ी बगावत की राह
तहसीलों पर वर्षों से तैनात संविदा लाइनमैनों ने कार्यक्षेत्र बदले जाने के विरोध में विभाग के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया है। शोषण का आरोप लगा पावर हाउस परिसर में जमकर नारेबाजी की। निस्तारण न होने पर आज से कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है। गुरुवार की दोपहर पावर हाउस परिसर में आधा सैकड़ा से ज्यादा संविदा लाइनमैनों ने पहुंचकर धरना दिया।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : तहसीलों में तैनात संविदा लाइनमैनों ने कार्यक्षेत्र बदले जाने के विरोध में विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शोषण का आरोप लगा पावर हाउस परिसर में जमकर नारेबाजी की। निस्तारण न होने पर आज से कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है।
गुरुवार की दोपहर पावर हाउस परिसर में आधा सैकड़ा से ज्यादा संविदा लाइनमैनों ने धरना दिया। लाइनमैन का कहना है कि वे वर्षों से विभाग की सेवा करते आ रहे हैं। अब विभाग ने उनकी सेवा समाप्त करने का कुचक्र रचा है। इसके लिए तहसीलों पर तबादले किए जा रहे हैं। संविदा लाइनमैनों ने आरोप लगाया कि विभाग द्वारा पहले ही मानदेय के नाम पर मात्र छह हजार रुपये दिए जाते हैं। विभागीय स्तर से न तो ग्लव्स दिए गए हैं और न ही प्लास और दूसरे उपकरण। सुविधाओं के अभाव में हम लोग काम करते हैं। पांच महीनों से मानदेय भी नहीं दिया गया है। प्रदर्शन करने वालों में मुकेश कुमार, अर¨वद कुमार, संजय, मधुराम, जोगेंद्र ¨सह, श्रीकांत, शैलेष, शैदेष, भूरे ¨सह, जितेंद्र कुमार, सुभाष, नीरज कुमार आदि लाइनमैन मौजूद थे। प्रबंध निदेशक के स्तर से निर्देश आए हैं कि तहसीलों पर तैनात लाइनमैनों के कार्यक्षेत्रों में बदलाव किया जाना है। तहसील स्तर पर ही उनके तबादले होने हैं जो नियमानुसार किए जा रहे हैं। लेकिन, लाइनमैन चाहते हैं कि वे जहां तैनात हैं, वहीं रहें, जो कि संभव नहीं है। इसकी जानकारी उन्हें भी दी जा चुकी है।
उमेश चंद्र वर्मा, अधीक्षण अभियंता
विद्युत विभाग, मैनपुरी।