कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को दुधारू गाय का तोहफा
मैनपुरी जासं मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना में गाय पाकर कुपोषित बच्चों के स्वजन ख
मैनपुरी, जासं: मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना में गाय पाकर कुपोषित बच्चों के स्वजन खुश हो गए। दूध से नौनिहाल का कुपोषण दूर होने और परिवार को आर्थिक मदद मिलने की उम्मीद लेकर घरों को गए।
शुक्रवार को आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री, डीएम महेंद्र बहादुर सिंह और सीडीओ ईशा प्रिया ने शहर के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित कान्हा गो आश्रय स्थल से मुख्यमंत्री निराश्रित गोवंश सहभागिता योजना के तहत 20 कुपोषित बच्चों के अभिभावकों को 21 दुधारू गाय का तोहफा दिया।
इस मौके पर आबकारी मंत्री ने कहा कि कुपोषण से निजात दिलाने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। डीएम ने सीएमओ, एसडीएम, एमओआइसी, ईओ, बीडीओ, सचिव, पशुपालन विभाग के अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया कि ऐसे परिवार जिनके बच्चे अति कुपोषित हैं और जिला अस्पताल से, पुष्टाहार विभाग से इलाज कराकर सुपोषण की श्रेणी में आए हैं, उनके परिवारों को गोशालाओं से गाय दी जाएं।
कार्यक्रम में पालिकाध्यक्ष मनोरमा देवी, एसडीएम सदर ऋषिराज, प्रभारी मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. विपिन कुमार गर्ग, जिला कार्यक्रम अधिकारी अरविद कुमार, ईओ लाल चन्द्र भारती, स्वास्थ्य शिक्षाधिकारी रविन्द्र गौर, लक्ष्मण गुप्ता उपस्थित रहे।
इनको मिली गाय: बृजपुरा के दुर्वेश, कुचेला के दिनेश चंद्र, झंडाहार की मीना, रविकांत, बृजपुरा अंगौथा के पदम सिंह, मिथलेश, वंशीगौहरा की आशा ज्योतसना, नगला बिहारी की दीपिका, दयारामपुर के विमलेश, चांदपुर की गुड्डी देवी, धर्मपुर के धर्मेन्द्र कुमार, प्रेम दुबे, गुड्डी देवी, छपट्टी की मुन्नी देवी, बविता, अंकित कुमार, शशी, कुन्ति व गौरव को एक-एक और सलेमपुर के सरजू सिंह को दो गाय दी गईं।
अतिरिक्त डस्टबिन देख डीएम ने जताई नाराजगी: कुपोषित बच्चों के परिवारों को गाय बांटने गोशाला आए डीएम ने वहां दर्जनों की तादाद में रखे डस्टबिन देख नाराजगी जताई। ईओ से पूछा कि इतने डस्टबिन के बाद शहर गंदा क्यों है। इस पर ईओ कोई जवाब नहीं दे सके।