Move to Jagran APP

सीएमएस साहब देख लीजिए सड़क पर ही हुआ प्रसव

बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की इससे दयनीय तस्वीर भला और क्या होगी। प्रसव वेदना से प्रसूता कराहती रही। परिजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र औंछा पर बैठे चिकित्सकों से मदद की गुहार लगाते रहे। लेकिन, किसी ने मदद न की। दर्द से तड़पती प्रसूता को राहत देने के लिए मजबूरी में सास को ही दायी बनना पड़ा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Sep 2018 10:54 PM (IST)Updated: Fri, 21 Sep 2018 10:54 PM (IST)
सीएमएस साहब देख लीजिए सड़क पर ही हुआ प्रसव
सीएमएस साहब देख लीजिए सड़क पर ही हुआ प्रसव

जासं, मैनपुरी : औंछा के चिकित्सा अधीक्षक कुछ भी कहें, लेकिन हकीकत कुछ ओर ही है। बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बनाए गए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बाहर मानवता एक बार फिर शर्मसार हुई। चिकित्सा अधीक्षक खुद देख लें प्रसव वेदना से कराहती प्रसूता की मदद के लिए परिजन वहा बैठे चिकित्सकों से मदद की गुहार लगाते रहे, लेकिन किसी ने मदद न की। मजबूरी में सास ने सड़क पर ही प्रसव कराया गया। केंद्र अधीक्षक ने कहा कि मोहर्रम की छुट्टी है। वहीं सीएमओ ने कहा कि आज किसी की कर्मचारी और चिकित्सक की छुट्टी नहीं है।

loksabha election banner

यह घटना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र औंछा के सामने की है। थाना क्षेत्र के गांव नगला पीपल निवासी रुचि पत्नी अवनीश को शुक्रवार की सुबह प्रसव पीड़ा हुई। परिजन उन्हें किराए की बोलेरो गाड़ी की मदद से सीएचसी लेकर पहुंचे। सुबह 10 बजे प्रसूता को नीचे उतार ही पाए थे कि दर्द बढ़ गया। परिजनों ने उसे जमीन पर ही लिटा दिया। सास कमला देवी ने वहां बैठे स्वास्थ्य कर्मियों से मदद की गुहार लगाई, लेकिन कोई नहीं आया। सास ने गांव की दो महिलाओं की मदद से खुद ही बारिश के बीच जमीन पर बहू का प्रसव कराया। रुचि ने एक बेटी को जन्म दिया। दादी ने ब्लेड से काटी नाल

नवजात के उपचार के लिए परिजन वहां बैठे एएनएम और नेत्र सहायक से गुहार लगाते रहे, लेकिन दोनों केवल मुस्कुराते रहे। परेशान सास कमला देवी ने गांव की एक दुकान से एक ब्लेड उधार मांगा और कंपकंपाते हाथों से नवजात की नाल काटी। इनके हाथ में सीएचसी की कमान

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र औंछा पर मरीजों को उपचार देने की कमान चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पवन कुमार, डॉ. राजदीप, डॉ. राहुल आनंद, फार्मेसिस्ट रमेश चंद्र, चौकीदार मिथलेश के अलावा दो स्टाफ नर्सों को सौंपी गई है। शुक्रवार को इनमें से कोई भी सुबह 10 बजे तक अस्पताल नहीं पहुंचा था। अधिकारी कहिन

मोहर्रम का अवकाश तो शासन ने ही घोषित किया है। अस्पताल की छुट्टी थी, तो कोई कैसे पहुंचता। पहले तो ऐसे किसी प्रसव की जानकारी नहीं है। अगर, फिर भी कुछ हुआ है तो वहां के स्टाफ से इसकी जानकारी कराई जाएगी। अब छुट्टी में क्या होता है, कैसे पता चलेगा।

डॉ. पवन कुमार, चिकित्सा अधीक्षक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, औंछा।

-----------------

किसी केंद्र पर स्टाफ की छुट्टी नहीं थी। इस मामले की पूरी जांच कराई जाएगी। यदि इलाज में जरा भी लापरवाही हुई है तो पूरे स्टाफ खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. अशोक कुमार पांडेय, सीएमओ।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.