गैलानाथ पुलिया पर रेलिंग नहीं, हादसा तो होगा ही
अभियान सुरक्षित यातायात सप्ताह कुरावली में जीटी रोड पर कोहरे में खतरनाक रहता है सफर बेवर में गग्गरपुर नहर पुल पर संकरे रास्ते में फंस जाते हैं वाहन
जासं, मैनपुरी: सड़क हादसे के लिए आमतौर पर वाहन चालक ही जिम्मेदार ठहराया जाता है, मगर टूटी सड़कें, पुल और पुलिया से गायब रेलिंग भी हादसे के कारण बनती रही है। मैनपुरी-इटावा रोड पर सिंहपुर नहर पुल के पास सड़क टूटी है। शहर में कचहरी रोड पर सड़क धंस गई है। रात में अंधी सड़क और सघन कोहरे में वाहन काबू करना मुश्किल हो जाता है और हादसा हो जाता है। जुगाड़ का अपना ही टशन
सुप्रीम कोर्ट ने जुगाड़ गाड़ियों पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है, लेकिन मैनपुरी में जुगाड़ पर कोई ब्रेक नहीं है। मोटर साइकिल और स्कूटर के अगले हिस्से को काटकर पीछे लोहे की रेलिग लगवाकर लोडर तैयार करा लिए जाते हैं। इन गाड़ियों की मदद से माल ढुलाई होती है।
चाहे जहां खड़े होते वाहन
पार्किंग को लेकर नियम तो हैं मगर इंतजाम नहीं। असल में जिले में एक भी पार्किंग स्थल नहीं है। चालक को जहां जगह मिलती है, वहीं गाड़ी खड़ी कर देते हैं। फिर चाहे जाम लगे या हो हादसा। शहर में कचहरी रोड, क्रिश्चियन तिराहा, ईशन नदी तिराहा, भांवत चौराहा, करहल चौराहा, कुरावली तिराहा पर यही स्थिति बनती है। सिग्नल प्रणाली तो है लेकिन न तो लोग इसका पालन करते हैं और न ही ऐसे लोगों पर कार्रवाई होती है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
सड़कों और फुटपाथों से भी वाहनों को हटवाकर उन्हें खाली स्थानों पर भिजवाया जा रहा है। दो पार्किंग स्थल हैं, बाजार में जाने वालों को यहीं गाड़ियां खड़ी करनी होंगी।राजेश कर्दम, एआरटीओ।
ओवरलोडिग वाले वाहनों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई कराई गई है। लगातार अभियान चलाकर लोगों को हेलमेट और सीट बेल्ट लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। कोहरे में हादसे वाले प्वाइंटों को चिह्नित कर संकेतक लगवाए जाएंगे। डा. कौशलेंद्र, प्रवर्तन अधिकारी।
सड़क सुरक्षा से जुडे़ नियमों का पालन कराया जाएगा। प्रत्येक चालक से अपील भी की गई है। जहां तकनीकी खामियां हैं, उन्हें भी प्रशासन के सामने लाकर उनका निस्तारण कराने के प्रयास होंगे। अभय नारायण राय, सीओ सिटी। दृश्य एक : कस्बा कुरावली से ठीक पहले जीटी रोड पर गैलानाथ नहर की पुलिया है। पुलिया पर रेलिंग टूटे काफी समय हो गया है। व्यस्ततम जीटी रोड पर वाहनों की कतारें लगी रहती हैं। कोहरे में वाहन चालक को ये पुलिया नजर नहीं आती और थोड़ी सी लापरवाही पर हादसा हो जाता है।
²श्य दो : बेवर जाते समय गग्गरपुर नहर पुल से गुजरना सुरक्षित नहीं है। पुल संकरा है। जीटी रोड पर फर्राटा भरते वाहनों को पुल के संकरे होने का पता ही नहीं चलता। पुल पर वाहन आमने-सामने आ जाते हैं। कई बार जाम लग जाता है तो कोहरे में हादसा हो जाता है।