जल निकासी से तौबा, दवा छिड़ककर चला रहे काम
शहर में दो सैकड़ा से ज्यादा स्थानों पर है जलभराव वर्षों से नहीं की निकासी की व्यवस्था
दृश्य एक : शहर का मुहल्ला राजीव गांधी नगर कई वर्षों से जलभराव की समस्या से जूझ रहा है। यहां पानी की निकासी के कोई इंतजाम नहीं हैं। कचरा सड़ने की वजह से अब मच्छर जनित बीमारियां फैलने लगी हैं।
दृश्य दो: आगरा रोड स्थित नगला रते की स्थिति भी बदतर है। यहां भी सड़क किनारे बदबूदार पानी का जमावड़ा है। सफाई न कराए जाने से संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है।
जासं, मैनपुरी : पूरे शहर में लगभग दो सैकड़ा स्थान ऐसे हैं जो वर्षों से जलभराव की समस्या है। नगर पालिका प्रशासन और सभासदों के स्तर से अब तक जल निकासी के इंतजाम न कराए जाने से हालात और खराब होने लगे हैं। संचारी रोगों की रोकथाम के लिए शासन के निर्देश पर तीसरे चरण के अभियान की शुरुआत हुई तो जिम्मेदार भी हरकत में आए। लोगों को उम्मीद बंधी कि अब जल निकासी कराई जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पानी निकलवाने के सफाई कर्मियों की मदद से सिर्फ दवा का छिड़काव कराकर पल्ला झाड़ा जा रहा है।
जलभराव से जूझ रहे ये इलाके
कांशीराम कॉलोनी कीरतपुर, आजाद नगर, नगला रते, राजीव गांधी नगर, रामलीला मैदान, हंस नगर, शिव नगर, राधा रमन रोड, यदुवंशनगर, पावर हाउस कॉलोनी, नगरिया, चर्च कंपाउंड, बंशीगौहरा।
फिलहाल जलभराव वाले स्थानों पर दवा का छिड़काव कराकर मच्छरों के लार्वा को मारने का काम कराया जा रहा है। निकासी के लिए भी व्यवस्था कराई जा रही है। छोटी पंपों की मदद से पानी की निकासी कराई जाएगी। लालचंद भारती, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका
संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दौरान पूरा जोर मच्छरजनित बीमारियों को फैलने से रोकने पर है। इसके लिए टीमों को लगाकर टेमीफोस का छिड़काव कराया जा रहा है। एसएन सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी।