शहरी एटीएम नहीं कर काम, जनता परेशान
मैनपुरी जासं। प्रतिस्पर्धा के दौर में हर बैंक ने एटीएम तो स्थापित कर दिए लेकिन ये इंतजाम बेहतर सुविधाओं के दावों पर सटीक नहीं बैठ रहे। कहीं तकनीकी गड़बड़ी तो कहीं कैश न होने के चलते अधिकांश एटीएम बंद रहते हैं? ऐसे में यहां कैश निकालने आने वाले ग्राहकों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है?
कलक्ट्रेट कैंपस
दिन शुक्रवार। समय सुबह 11:05 बजे। कलक्ट्रेट कैंपस में लगा बैंक ऑफ इंडिया का एटीएम बंद पड़ा था। आधा शटर खुला था। अंदर जाकर देखा तो एटीएम का डिस्प्ले ही बंद पड़ा था। मशीन का कोई भी फंक्शन काम नहीं कर रहा था।
ज्योंति तिराहा
दोपहर 12:03 बजे। यहां एक्सिस बैंक का एटीएम भी एरर मैसेज शो कर रहा था। आसपास गुजर रहे राहगीरों ने यहां धनराशि निकालने की कोशिश की, लेकिन काफी देर माथापच्ची करने के बाद निराश होकर दूसरे एटीएम के लिए दौड़ लिए।
कचहरी रोड बस स्टैंड
दोपहर 12:45 बजे। कचहरी रोड बस स्टैंड के पास आइसीआइसीआइ बैंक का एटीएम भी काम नहीं कर रहा था। यहां एटीएम में रुपये न होने की वजह से ग्राहकों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। लोग बैंक को कोस होकर दूसरे एटीएम की तलाश में चले गए।
जागरण संवाददाता, मैनपुरी: प्रतिस्पर्धा के दौर में हर बैंक ने एटीएम तो स्थापित कर दिए हैं, लेकिन ये इंतजाम बेहतर सुविधा के दावों पर खरे नहीं उतर रहे। शहर में ज्यादातर शाखाओं के एटीएम सिर्फ शोपीस बने हुए हैं। किसी में तकनीकी खराबी है तो कोई नेटवर्क न होने की वजह से एरर मैसेज शो कर रहा है। ज्यादातर में तो कैश की कमी ही रहती है। ऐसे में खामियाजा ग्राहकों को भुगतना पड़ रहा है। समय पर धनराशि ही नहीं मिल रही है। इस गंभीर समस्या को लेकर कई बार शिकायतें हुईं, लेकिन आज तक किसी भी बैंक द्वारा निस्तारण को पहल नहीं की गई।
यह है जिले की स्थिति
मैनपुरी में अलग-अलग बैंकों की कुल 133 शाखाएं संचालित हो रही हैं। इनमें से 85 बैंकों द्वारा एटीएम की सुविधा दी गई है।
बोले लोग
बैंकों द्वारा सुविधाएं दिए जाने के दावे तो बहुत किए जाते हैं, लेकिन इसे बेहतर बनाने की ओर कोई भी ध्यान नहीं दे रहा है। एटीएम में धनराशि ही नहीं होती है। मजबूरी में बैंकों में लाइन लगानी पड़ती है।
अजय मिश्रा, देवपुरा।
शहर में एटीएम तो रोज खोले जा रहे हैं, लेकिन इनके बेहतर संचालन की ओर कोई भी बैंक ध्यान नहीं दे रही हैं। यदि इनमें रुपये मिलें और तकनीकी खामी को समय रहते सही करा लिया जाए तो लोगों को परेशान न होना पड़े।
राहुल यादव, कचहरी रोड।
छोटी-छोटी रकम निकालने के लिए बैंकों में घंटों लाइन में लगना पड़ता है। उस पर शाखाओं द्वारा पासबुक अपडेट कराने, चेकबुक और तमाम प्रकार की अन्य औपचारिकताओं के नाम पर परेशान किया जाता है।
मनोज गुप्ता, लेनगंज।
यह जिम्मेदारी तो बैंकों की है कि वे अपने ग्राहकों की सुविधा के लिए एटीएम पर धनराशि के प्रबंध कराएं। ताकि, ग्राहकों को दूसरे एटीएम के चक्कर न काटने पडे़ं। लेकिन, इस ओर पूरी ईमानदारी से कोई बैंक कार्य नहीं कर रही है।
पदमकांत जैन, लोहामंडी।
वाकई एटीएम की समस्या काफी बड़ी है। इसके निस्तारण के लिए सभी बैंकों के शाखा प्रबंधकों के साथ बैठक कर एटीएम संचालन में आने वाली समस्याओं पर चर्चा होगी। प्रयास होगा कि ग्राहकों को धन निकासी के लिए परेशानी न हो। जोगिदर सिंह, एलडीएम।