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सूरज का सितम जारी

मैनपुरी: सूरज का सितम जारी बना हुआ है। बुधवार को हालांकि बादलों ने गर्मी का प्रकोप कम रहा, लेकिन गुरुवार को फिर से धरती तपने लगी। दोपहर को हवा थमने से लोगों को बेचैनी रहीे।

By JagranEdited By: Published: Thu, 31 May 2018 10:56 PM (IST)Updated: Thu, 31 May 2018 10:56 PM (IST)
सूरज का सितम जारी
सूरज का सितम जारी

जागरण संवाददाता, मैनपुरी: सूरज का सितम जारी बना हुआ है। बुधवार को हालांकि बादलों ने थोड़ी राहत देने की कोशिश की, मगर गुरुवार को सूरज की तपिश फिर हावी हो गई। उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल बने रहे। पारा चढ़कर पुन: 41 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। लू के थपेड़ों ने राहगीरों का जीना दुश्वार कर दिया।

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बुधवार को मौसम मेहरबान रहा था। दिन भर बादलों के छाए रहने से चलीं ठंडी हवाओं ने गर्मी के पारे को भी ठंडा कर दिया था। एक दिन राहत के बाद गुरुवार को गर्मी ने फिर से अपना कहर बरपाया। दोपहर का अधिकतम तापमान 41 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। सुबह हल्की हवाएं चलने से थोड़ी राहत थी लेकिन दोपहर में हवा थमने से उमस बढ़ गई। दोपहर बाद चले लू के थपेड़ों ने आग बरसानी शुरू कर दी।

भीषण गर्मी की वजह से लोगों ने खुद को घरों में कैद रखना ही बेहतर समझा। बेहद जरूरी होने पर जो घरों से बाहर निकले, वे भी चेहरे और हाथ-पैरों को सूती कपड़ों से अच्छी तरह ढककर निकले। गर्मी और लू के थपेड़ों की मार राहगीरों और ट्रैफिक पुलिस कर्मियों को सबसे ज्यादा झेलनी पड़ रही है। शहर के ईशन नदी तिराहा, भांवत चौराहा, करहल चौराहा पर छांव को कोई प्रबंध नहीं हैं।

पेयजल की नहीं है व्यवस्था

सुबह से लेकर शाम तक सैकड़ों सवारियां तपती धूप में खडे़ होकर वाहनों का इंतजार करती हैं। छांव और पानी के इंतजाम न होने के कारण उन्हें दिक्कतों से जूझना पड़ता है। नगर पालिका प्रशासन द्वारा ठंडे पानी के प्रबंध तो कराए गए हैं लेकिन, इन दोनों ही स्थानों पर पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं है। यहां है अस्थायी प्रतीक्षालयों की जरूरत

शहर में कुरावली तिराहा, शीतला माता मंदिर तिराहा, ईशन नदी तिराहा, भांवत चौराहा, करहल चौराहा, बड़ा चौराहा पर प्रतिदिन सैकड़ों सवारियां वाहनों का इंतजार करती हैं। इसके अलावा यहां ट्रैफिक पुलिस के जवान भी व्यवस्था संभालने के लिए मौजूद रहते है। लेकिन सुविधाओं के अभाव में इन्हें तपती धूप में ही खड़ा रहना पड़ता है। यहां बांस के टट्टर वाले अस्थायी छप्पर रखवा दिए जाएं तो राहगीरों के साथ जिम्मेदारों को भी छांव उपलब्ध कराई जा सकती है। नुकसान है बढ़ा पारा

जिला अस्पताल के फिजीशियन डॉ. धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि गर्मी के साथ बढ़ता पारा सेहत के लिए बेहद नुकसानदेह साबित हो सकता है। लगातार धूप के संपर्क में रहने से त्वचा संबंधी तमाम बीमारियां हो सकती हैं। सबसे ज्यादा डायरिया का प्रकोप बढ़ता है। व्यक्ति लगातार उल्टियां करता है। शरीर में पानी की कमी होने लगती है। यदि समय पर उपचार न मिले तो मरीज की ¨जदगी भी खतरे में पड़ जाती है। बेहतर है कि धूप से बचाव करते हुए ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं।


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