महाबली की धमक से व्यापारी खुद हटाने लगे अतिक्रमण
मैनपुरी जासं। नवीन मंडी में किसानों के लिए बनाए गए चबूतरों पर अतिक्रमण खुद ही साफ होने लगे हैं। वैसे मंडी प्रशासन द्वारा चयनित अतिक्रमणों को हटाने के लिए आए महाबली की धमक से ही आढ़तिए हिल गए थे। दोपहर से शुरू हुआ अवैध अतिक्रमण हटाने का यह स्वत काम शाम तक जारी रहा।
जासं, मैनपुरी: नवीन मंडी में किसानों के लिए बनाए चबूतरों पर अतिक्रमण खुद ही साफ होने लगे हैं। वैसे, मंडी प्रशासन द्वारा चयनित अतिक्रमण को हटाने के लिए आए महाबली की धमक से ही आढ़तिए हिल गए। दोपहर से शुरू हुआ अतिक्रमण हटाने का कार्य शाम तक जारी रहा।
शहर की नवीन मंडी में किसानों के लिए चबूतरे बनवाए गए थे। ऐसे चबूतरों पर किसान अपना माल लाकर रखते थे और बोली के बाद माल बेचने की सुविधा भी थी। लेकिन, कई साल पहले से ही मंडी प्रशासन की अनदेखी के चलते ऐसे चबूतरों पर बांस के टट्टर और पक्के निर्माण कर कब्जा लिया गया। अवैध अतिक्रमण कर यहां आढ़ती कारोबार भी कर रहे थे। कई बार मंडी प्रशासन ने इनको हटाने का प्रयास किया, लेकिन आढ़तियों के विरोध की वजह से हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।
अब शासन के निर्देश पर बीते दिनों मंडी प्रशासन ने ऐसे अतिक्रमण को हटाने के लिए कार्य योजना तैयार की थी। इस दौरान मंडी में 231 अवैध अतिक्रमण भी चयनित किए गए। चयनित अतिक्रमण पर लाल निशान लगाए जाने के बाद मंडी में सुगबुगाहट बढ़ी तो व्यापारी विरोध में एलान भी देने लगे। कार्रवाई के विरोध में कुछ व्यापारी नेताओं ने मंच भी सजाया, लेकिन मंडी प्रशासन ने सभी विरोध दरकिनार कर दिए। साथ ही मंडी को स्वच्छ रखने का ऐलान कर दिया।
इसी क्रम में शनिवार को ऐसे अतिक्रमण को हटाने के लिए मंडी में महाबली भी बुलाया गया। महाबली के आते ही आढ़तियों में हड़कंप मच गया और खुद ही अतिक्रमण को हटाने में जुट गए। यह काम शाम तक जारी रहा। इस दौरान उपनिदेशक मंडी एमसी गंगवार और सचिव प्रदीप कुमार यादव के अलावा अन्य अधिकारी-कर्मचारी भी मौजूद रहे। झेलेंगे नुकसान-
मंडी सचिव प्रदीप कुमार का कहना था कि अभी आढ़तिए खुद ही अतिक्रमण हटा रहे हैं, इसलिए जबरदस्ती नहीं की जा रही है। जो अतिक्रमण नहीं हटाएंगे, उनके अतिक्रमण जबरन हटा दिए जाएंगे। मंडी को स्वच्छ रखना प्रशासन की प्राथमिकता है, खाली चबूतरे किसानों के उपयोग में लाए जाएंगे। परेशान नजर आए आढ़तिए
किसानों के चबूतरों पर अवैध कब्जा करने वाले आढ़तिए अभियान को लेकर परेशान नजर आए। उन्होंने सचिव प्रदीप कुमार को परेशानी भी बताई। इस पर उन्होंने कहा कि एक दुकान सब्जी वाले आढ़तियों को कांटा- बांट आदि रखने को फिलहाल दी जाएगी। अतिक्रमण तो हटाने ही होंगे।