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झमाझम बारिश दे गई खेतों में खड़ी फसल को संजीवनी

शुक्रवार सुबह तेज बयार के साथ जमकर बरसात हुई। इससे नाली-नाले उफन गए। खेतों में रखे गेहूं के बोझ और भूसा भीग गया। अब थ्रेसिग का काम भी बंद हो गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 May 2021 06:03 AM (IST)Updated: Sat, 08 May 2021 06:03 AM (IST)
झमाझम बारिश दे गई खेतों में खड़ी फसल को संजीवनी
झमाझम बारिश दे गई खेतों में खड़ी फसल को संजीवनी

जासं, मैनपुरी: शुक्रवार सुबह तेज बयार के साथ शहर और कई कस्बों में झमाझम बारिश हुई तो ओले भी पड़े। आकाशीय बिजली की गर्जना के साथ हुई बारिश से खड़ी फसल को संजीवनी मिली तो अभी खेतों रखे गेहूं के बोझ और भूसा भीग गया। जोरदार बारिश से नाले और नालियां पानी से भर कर चले। अजीतगंज में तो जलभराव हो गया, गलियों में पानी जमा होने से आवागमन भी थक गया। अचानक हुई इस बारिश से तापमान नीचे आया तो गर्मी से भी राहत मिल गई।

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बीती शाम से मौसम अचानक बदला तो धूल भरी आंधी चलने चली। बिजली ठप हो गई तो इसी बीच हल्की बूंदाबांदी भी होने लगी। वैसे, पूरी राम मौसम खराब ही बना रहा। शुक्रवार सुबह चार बजे एक बार फिर मौसम बदला तो आसमान में काले बादल छा गए। अचानक तेज बयार के साथ बारिश शुरू हो गई। आकाशीय गर्जना के साथ करीब दो घंटे तक शहर और कई कस्बों में झमाझम बारिश का दौर चला। इसके बाद यह क्रम कुछ देर रुका, फिर एक बार बारिश का दौर चला, जो कुछ देर बाद थम गया। बिछवां और कुरावली में ओले भी गिरे।

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दोपहर से पहले खिली धूप-

बारिश का क्रम थमने के बाद आसमान साफ होते ही धूप निकल आई। इससे दोपहर को गर्मी का प्रभाव बन गया, लेकिन छांव में सुकून मिलता रहा।

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अधिकतम तापमान भी गिरा-

बारिश और ओलावृष्टि की वजह से अधिकतम तापमान और नीचे आ गया। यह शुक्रवार को 34.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम 26 डिग्री पर बना रहा। वैसे, बीते साल इसी तिथि को अधिकतम तापमान 30 और न्यूनतम 22 डिग्री रहा था।

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खड़ी फसलों को मिली संजीवनी-

इस समय में कई फसलें खेतों में खड़ी हैं। बारिश की वजह से इनको खूब फायदा हुआ। बारिश से मक्का और मूंगफली की फसल को फायदा बताया जा रहा है। वहीं, बिछवां में बारिश और ओलावृष्टि से तरबूज और खरबूज की फसल को नुकसान हुआ है।

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थम गया थ्रेसिग का काम-

पंचायत चुनाव की वजह से जिले में गेहूं कटाई काम वैसे ही पीछे चल रहा था। अब बारिश ने दिक्कत बढ़ा ही है। कई इलाकों में कटे गेहूं के बोझ और खेतों में रखा भूसा बारिश से भीग गया। अब कई दिन थ्रेसिग का काम बंद ही रहेगा।

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तेज बयार से गिरी दीवार, गिरे बिजली पोल

बिछवां में शुक्रवार सुबह तेज बयार के साथ हुई बारिश से कई लोगों के टीन शेड उड़ गए। आलोक यादव की दीवार गिर गई। कई जगह लकड़ी के खोखे गिर गए। पेड़ भी उखड़ गए तो एक दर्जन से अधिक विद्युत पोल गिर गए, जिससे सप्लाई सारे दिन बाधित रही।

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खेतों में रखा भूसा भीगा

करहल क्षेत्र में बादलों की गरज- चमक के साथ जोरदार बारिश हुई। सड़क पर दुपहिया वाहन से आने-जाने वाले लोग पानी बरसने तक रुक गए थे। वहीं, कुछ किसानों के अभी भी थ्रेसिग के लिए खेतों में गेहूं के बोझ रखे हुए हैं। बारिश से यह भी गए।

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बरनाहल में गिरी आकाशीय बिजली-

बरनाहल में बीती देर रात बारिश के समय एक भैंस पर आकाशीय बिजली गिर गई। गुरवार रात आंधी को बारिश हुई। गांव कनकपुर सादा निवासी पुष्पेंद्र पुत्र सोनेलाल की भैंस घर के बाहर बंधी थी। बारिश होने के समय आकाशीय बिजली भैंस पर गिर गई। जिससे भैंस की मौत हो गई। उफन गए नाले-नालियां

मूसलाधार बारिश की वजह से शहर और कस्बों में नाले-नालियां उफना गए। तेज बारिश के साथ बहकर आया मलबे से नालियों में पानी का प्रवाह थम गया। इस वजह से शहर के कई स्थानों पर जलभराव हो गया। यह जल जमाव धूप खिलने के बाद साफ हो गया।


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