मुहल्ल नगरिया में सड़क पर जलभराव, निकासी के नहीं इंतजाम
मैनपुरी जासं। नगर पालिका के वार्ड 28 नगरिया में नारकीय हालात बने हुए हैं। वर्षो से चली आ रही जलभराव की समस्या अब भी बनी हुई है। जागरण टभ्म ने पड़ताल की तो मैन रोड पर ही जलभराव था। गलियों में नालियां ही नहीं हैं जिससे घरों का पानी रोड पर भरा रहता है। शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई है।
जासं, मैनपुरी : नगर पालिका के वार्ड 28 नगरिया में नारकीय हालात बने हुए हैं। वर्षों से चली आ रही जलभराव की समस्या अब भी बनी हुई है। लोगों को गंदे पानी से गुजरना पड़ रहा है। बाइपास जाने वाली मुख्य सड़क पर लगभग डेढ़ सौ मीटर की लंबाई तक तो स्थितियां बदतर बनी हुई हैं। यही हाल दूसरी गलियों का भी है। अब मच्छरों ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। पूरे वार्ड में कहीं भी कूडे़दान न होने से लोगों को सार्वजनिक जगहों के अलावा सड़कों पर कचरा फेंकना पड़ रहा है। गलियों में रोशनी के भी पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। गलियों में नालियां गायब
गंदे पानी की निकासी के लिए गलियों में नालियां नहीं बनवाई गई हैं। ऐसे में घरों से निकलने वाला पानी रोड और प्लाटों में भरता है। निकासी न होने के कारण लगातार पानी का जमाव अब तालाबों का रूप ले चुका है, जिससे मच्छर पनप रहे हैं। आवारा जानवरों ने बढ़ाई मुश्किल
वार्ड में आवारा जानवरों में सुअर और कुत्तों की वजह से लोग परेशान हैं। सूकर पालकों द्वारा अपने जानवरों को बांधने की बजाय खुला छोड़ दिया जाता है। जिससे वे जगह-जगह पर गंदगी फैला रहे हैं। बोले लोग
यहां की सबसे बड़ी समस्या जल भराव की है। वर्षों से कोई इंतजाम ही नहीं कराए गए हैं। पहले ग्राम प्रधान के स्तर से लापरवाही बरती जाती थी। कई बार योजना के नाम पर धनराशि में खेल हो गया।
बादशाह। गलियों में नालियां नहीं हैं। कई गलियां तो अब भी कच्ची पड़ी हैं। जिसके कारण लोगों को मुश्किलें हो रही हैं। सड़कों का निर्माण कराया जाए तो स्थितियों में सुधार हो सकता है।
रामनरेश। एक भी कूड़ादान नहीं रखवाया गया है। जिसके कारण प्लाटों में और सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंका जा रहा है। इस कचरे की वजह से पूरे वार्ड में गंदगी फैल रही है।
रामलड़ैते। वार्ड में गलियों में अंधेरा रहता है। कई खंभों पर रोशनी के इंतजाम नहीं हैं। यदि सभी खंभों पर लाइटें लगवाई जाएं तो राहगीरों को परेशानियों का सामना न करना पडे़।
सोनेलाल। ढाई सालों में हालातों को बदलने का प्रयास हुआ है। गलियों की सड़कें बनवाई गई हैं। विद्यालय के पास जलभराव को खत्म करने के लिए मिट्टी डलवाई गई है। गलियों में नालियों का निर्माण कराने के साथ सीसी सड़कों का निर्माण भी कराया जा रहा है। सार्वजनिक रास्ते पर एक विद्यालय द्वारा पानी छोडे़ जाने से समस्या बढ़ी है।
लक्ष्मी, सभासद।