दीपावली से पहले पटाखों का अवैध कारोबार
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : दीपावली के नजदीक आते ही जिले में आतिशबाजी के अवैध कारोबार ने
जागरण संवाददाता, मैनपुरी : दीपावली के नजदीक आते ही जिले में आतिशबाजी के अवैध कारोबार ने भी जोर पकड़ लिया है। देसी पटाखों के लगातार बढ़ती मांग को देखते हुए मुनाफे की चाह में घनी बस्तियों में आतिशबाजी तैयार की जा रही है। स्थिति यह है कि अधिकांश ने तो अपने घरों में ही पटाखों का स्टॉक किया है। आगरा में हुए हादसे के बाद अब अग्निशमन विभाग भी हरकत में आ गया है। सूची तैयार कर छापेमारी की योजना बनाई गई है। 19 नवंबर को दीपावली का पर्व है। दीपोत्सव के कुछ दिन ही बचे हैं। ऐसे में आतिशबाजी के अवैध कारोबार ने रफ्तार पकड़ी है। पिछले कुछ वर्षों में देसी आतिशबाजी की मांग बढ़ने के बाद उसका निर्माण भी तेजी से होने लगा है। ग्रामीण इलाकों के अलावा शहर में ही ज्योंती रोड, मैनपुरी-कुरावली मार्ग, किशनी रोड, भांवत नहर पुल के नजदीक, पुरानी मैनपुरी, देवी बाइपास रोड और आगरा रोड पर कई सूनसान स्थानों पर आतिशबाजी बनाई जा रही है। आगरा में हुए विस्फोट के बाद अब अग्निशमन विभाग भी हरकत में आ गया है। पूर्व में आतिशबाजी के कारोबार से जुडे़ लोगों की सूची खंगाली जा रही है। पहले पटाखों के अवैध कारोबार में पकडे़ जा चुके लोगों के यहां भी तलाशी कराई जाएगी। इसके लिए विभाग ने सूची तैयार की है। इसके अलावा घरों में आतिशबाजी का स्टॉक करने वालों पर सूचना मिलने के बाद विस्फोटक अधिनियम के तहत कार्रवाई कराई जाएगी।
पूर्व में हो चुके हैं हादसे: 2010 में आतिशबाजी से लदे एक ट्रक में आग लगने से उसमें सवार तीन लोगों की ¨जदा जलकर मौत हो गई थी।
- आठ वर्ष पहले सदर तहसील के पीछे स्थित एक मकान में जबरदस्त विस्फोट से मकान की छत उड़ गई थी और एक व्यक्ति की जान चली गई थी।
- अक्टूबर 2014 को शहर के पॉवर हाउस कॉलोनी निवासी बंटू शर्मा के घर में रखी आतिशबाजी में जबरदस्त विस्फोट होने से मकान ध्वस्त हो गया था। परिवार के कई सदस्य घायल हुए थे।
- नवंबर 2014 को ही औंछा थाना क्षेत्र के गांव ईसई खास में सुंदर लाल दिवाकर के पुत्र दुर्विजय आतिशबाजी में विस्फोट से उस वक्त घायल हुए थे जब वह आतिशबाजी के आसपास से भूसा निकाल रहे थे।
इस बार कम कर दी लाइसेंसों की संख्या: अग्निशमन विभाग ने पूर्व में हो चुकी घटनाओं को देखते हुए इस वर्ष दीपावली पर लाइसेंसों में भी कमी की है। अस्थायी तौर पर लगने वाली दुकानों की संख्या में कमी से आतिशबाजी विक्रेताओं में रोष है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी मनु शर्मा का कहना है कि पिछले साल जहां 286 अस्थायी लाइसेंस जिले भर में जारी किए गए थे, इस बार आधा सैकड़ा से ज्यादा की कमी हुई है। इस वर्ष शहर के क्रिश्चियन मैदान में सिर्फ 50, चंद्रशेखर स्कूल के पीछे मैदान में 25, श्मशान घाट के पास खाली मैदान में 20, गोला बाजार मैदान में 15, रामलीला मैदान बेवर में 35, भोगांव में 30, करहल में 15, नवीगंज 10, औंछा 10, कुरावली 30, करीमगंज 10, घिरोर नहर पटरी पर 10, बरनाहल में पांच और संसारपुर में पांच दुकानों को लगाए जाने की अनुमति ही दी गई है।
'आगरा में आतिशबाजी में विस्फोट के दौरान दो लोगों की मौत हो गई। जिले में भी पूर्व में आतिशबाजी में विस्फोट की घटनाएं होती रही हैं। इस बार ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए विस्तृत योजना तैयार की गई है। व्यापक स्तर पर छापेमारी कराई गई है। स्थानीय लोगों से भी अपील की गई है कि वे ऐसे लोगों के नाम बताएं जो घरों में आतिशबाजी का स्टॉक करते हैं।'
मनु शर्मा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी।