मैनपुरी:: तीन सौ डॉक्टरों का 'हेल्दी इंडिया' मिशन
कस्बा करहल निवासी डॉ. सुशील कुमार यादव पेशे से चिकित्सक हैं। जख्मों पर मरहम लगा मर्ज का उपचार करना उनका पेशा है, लेकिन डॉक्टरी धर्म के साथ वे इंसानियत की अलख भी जगा रहे हैं।
मैनपुरी (वीरभान सिंह) : रुपये लेकर तो इलाज ज्यादातर डॉक्टर करते हैं, मगर कुछ ऐसे भी हैं जो फीस तो लेते हैं मगर इलाज के बाद। वो भी दुआ की। देश भर के करीब तीन सौ डॉक्टरो का ऐसा ही कुनबा 'हेल्दी इंडिया' मिशन पर चल रहा है।
इस कुनबे के मुखिया हैं करहल निवासी डा. सुशील कुमार यादव। वर्ष 2012 में इलाहाबाद में एमडी करने के दौरान स्थापित इस संगठन में उन्होंने वर्ष 2010 में केरल में प्रशिक्षण के दौरान देशभर से आए साथियों को भी जोड़ा। सैफई के आयुर्विज्ञान संस्थान में एसोसिएट प्रोफेसर मेडिसिन डा. यादव बताते हैं कि उनका प्रयास होता है कि कोई भी गरीब इलाज से वंचित न रहे। जगह-जगह शिविर लगाकर ऐसे मरीजों को तलाशा जाता है और उन्हें उपचार की यथासंभव मुफ्त सहूलियत उपलब्ध कराई जाती है। उनका कहना है कि अक्सर गरीब मरीजों को धनराशि के अभाव में उपचार से दूर होते देखा है।
फादर ऑफ द मॉडर्न मेडिसिन कहे जाने वाले विलियम आसलर के नाम पर डा. यादव ने विलियम आसलर हेल्प फाउंडेशन भी बनाया है। संगठन के किसी सदस्य का जन्मदिन हो या फिर कोई विशेष दिवस, हर सदस्य रक्तदान करता है। समाजसेवा के कार्य के लिए उन्हें वर्ष 2017 में राष्ट्रीय स्वास्थ्य पुरस्कार और स्वास्थ्य सेवाओं में अग्रणी स्वयंसेवी संस्था रेडिन्नो फाउंडेशन द्वारा ग्लोबल आउटरीच हेल्थकेयर अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है।